विदेशी निवेशकों ने सामान्य मानसून के अनुमान के बीच बीते सात कारोबारी सत्रों में देश के पूंजी बाजार में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया है।
एफपीआई ने अप्रैल में भारतीय पूंजी बाजारों में 3.5 अरब डॉलर डाले। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सरकारी बॉन्डों में एफपीआई के निवेश की सीमा बढ़ा दी है।
विदेशी निवेशकों का भरोसा मोदी सरकार पर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसीलिए सन 1991 में न्यू इकनॉमिक पॉलिसी अपनाने के बाद पहली बार CAD की भरपाई FDI से हुई है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय पूंजी बाजार से जनवरी में अब तक 5,100 करोड़ रुपए की निकासी की है।
विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों से इस महीने अभी तक 3,800 करोड़ रुपए की निकासी की है। अन्य उभरते बाजारों की तुलना में देश में वृद्धि कम रहने की संभावना।
फ्रांस के अर्थशास्त्री गॉय सोरमन ने कहा कि ढाई साल में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के चलते विदेशी निवेशक भारत को कारोबार के लिए उचित गंतव्य मान रहे हैं।
Repo Rate में कटौती तथा सकारात्मक वैश्विक रुख के चलते Foreign Investors ने इस महीने के पहले सप्ताह में शेयर बाजारों में 1,445 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दुनियाभर की कंपनियों से अमेरिका में निवेश करने की अपील की है।
विदेशी निवेशकों का भारत को लेकर रुख सकारात्मक बना हुआ है। FPI ने शेयरों में अप्रैल में 8,416 करोड़ रुपए तथा मार्च में 21,143 करोड़ रुपए निवेश किए।
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