चीन का विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी में बढ़ा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जून 2016 के बाद से इसमें पहली बार इजाफा हुआ है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3 फरवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.588 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 363.146 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
चीन की आर्थिक ग्रोथ को बड़ा झटका लगा है। 2016 में चीन की कुल GDP विकास दर 6.7 फीसदी दर्ज की गई है। जो कि 26 साल में सबसे कम ग्रोथ है।
चीन का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल 2016 में 320 अरब डॉलर घटा है। इस संबंध में शनिवार को चीन के सेफ ने अपनी वेबसाइट पर आंकड़े जारी किए हैं।
विदेशी मुद्रा भंडार 30 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 62.55 करोड़ डॉलर बढ़कर 360.296 अरब डॉलर रहा। विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि का इसमें बड़ा योगदान है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 23 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 93.52 करोड़ डॉलर घटकर 359.671 अरब डॉलर रह गया।
नोटबंदी का असर विदेशी मुद्रा भंडार पर भी हुआ। देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.431 अरब डॉलर घटकर 363.874 अरब डॉलर रह गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 नवंबर को सप्ताह सप्ताह में 1.542 अरब डॉलर घटकर 365.499 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सात अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 4.343 अरब डॉलर घटकर 367.646 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया।
आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़कर 371.99 अरब डॉलर रहा है।
ब्रेक्जिट के के बाद मुद्रा बाजार में उथल पुथल के बीच 24 जून को समाप्त हुए सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार 3.03 अरब डॉलर घटकर 360.79 अरब डॉलर रह गया।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 71.16 करोड़ डॉलर घटकर 360.193 अरब डॉलर रह गया। यह गिरावट विदेशी मुद्रा आस्तियों में गिरावट आने के कारण आई है।
आरबीआई ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 15.74 करोड़ डॉलर बढ़कर 359.917 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
ताजा आंकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.539 अरब डॉलर बढ़कर 355.947 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
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