साल 1999 में, जब रतन टाटा और उनकी टीम ने अपना नया कार कारोबार फोर्ड को पेश किया, तो उन्हें तिरस्कार का सामना करना पड़ा। फोर्ड के प्रतिनिधियों ने उनकी विशेषज्ञता पर सवाल उठाए।
Ford in India : 2021 में भारत से बाहर जाने के बाद अमेरिकी कार कंपनी फोर्ड अब भारत में वापस आने की तैयारी कर रही है। इस बार कंपनी का फोकस इलेक्ट्रिक कारों पर होगा।
मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, फोर्ड मोटर आने वाले हफ्तों में छंटनी करेगी, जो ऑटोमेकर द्वारा ऑपरेशन को सुव्यवस्थित करने और लागत कम करने के व्यापक प्रयास में लेटेस्ट है।
सितंबर 2021 में फोर्ड ने भारतीय बाजार से हटने के साथ ही अपने कारखाना को भी बंद करने की घोषणा कर दी थी।
फोर्ड इंडिया उन 20 अलग-अलग कंपनियों में से एक थी, जिन्हें फरवरी 2022 में घोषित भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम - पीएलआई योजना के तहत चुना गया था।
भारतीय सड़कों पर फेल होने वाली कंपनियों में 100 साल पुरानी फोर्ड और जनरल मोटर्स भी शामिल हैं
भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को लिखे पत्र में फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने सरकार से फोर्ड इंडिया के डीलरशिप के लिए मुआवजे की संरचना में उद्योग निकाय को शामिल करने के निर्देश देने का भी अनुरोध किया है।
एक कर्मचारी ने बताया, कंपनी को इस साल के अंत तक लगभग 30,000 कारों का निर्यात करना है। इसलिए, प्रबंधन ने प्लांट बंद होने से संबंधित बातचीत के दौरान श्रमिकों को उत्पादन फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया है।
एमजी मोटर्स ने फोर्ड के साणंद और मरईमलाई नगर प्लांट को खरीदने में रुचि दिखाई है। कंपनी के सूत्रों के अनुसार बातचीत फिलहाल काफी शुरूआती स्तर पर है।
सूत्र, सरकार में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं जिन्होंने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जापानी और कोरियाई कार विनिर्माताओं से प्रतिस्पर्धा के कारण अमेरिकी कंपने ने उत्पादन बंद करने का निर्णय किया है।
फोर्ड मोटर इंडिया ने 1995 में भारत में अपना कारोबार शुरू किया था। जनरल मोटर्स के बाद फोर्ड दूसरी अमेरिकन कंपनी है जो भारत में अपने संयंत्र को बंद कर रही है।
फोर्ड भारत में उपभोक्ताओं की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसे मास-मार्केट सेगमेंट में उपभोक्ताओं के लिए वर्ल्डक्लास ऑटोमैटिक टेक्नोलॉजी को पेश करने पर गर्व है।
भारतीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अमेरिकी कंपनी फोर्ड इंडिया फीगो का नया ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वेरिएंट लॉन्च करने जा रही है।
फोर्ड फंड दो लाख डालर (करीब डेढ करोड़ रुपये) का अनुदान भारत और ब्राजील में कोविड- 19 में आवश्यक राहत सामग्री उपलब्ध कराने वाले संगठनों को देगी।
नई ईकोस्पोर्ट एसई 1.5लीटर थ्री-सिलेंडर पेट्रोल इंजन से लैस होगी, जो 122पीएस की पावर देगा। डीजल वेरिएंट में 1.5लीटर इंजन होगा जिसकी पीक पावर 100पीएस की है।
दोनों कंपनियों ने अक्टूबर, 2019 में ज्वॉइंट वेंचर बनाने की घोषणा की थी। फोर्ड मोटर कंपनी ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों के बीच हुए समझौते की अंतिम तारीख 31 दिसंबर, 2020 थी।
वाहनों की कीमत में इजाफा उस वक्त किया जा रहा है जब देश की ऑटो इंडस्ट्री धीमीं गति से रिकवर हो रही है।
इससे पहले देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने जनवरी से अपने वाहनों के दाम बढ़ाने की घोषणा की थी।
फोर्ड इंडिया के कार्यकारी निदेशक, मार्केटिंग एंड सेल्स विनय रैना ने कहा कि यह मूल्यवृद्धि 1 से 3 प्रतिशत के बीच होगी।
ऑडी इंडिया ने इस साल घरेलू बाजार में क्यू8, ए8 एल, आरएस 7 स्पोर्टबैंक, आरएस क्यू8, क्यू8 सेलेब्रेशन और क्यू2 पेश किए हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़