आर्टिफिशियल फूड कलर को फूड डाई के नाम से भी जाना जाता है। इन्हें केमिकल आदि से तैयार किया जाता है आम तौर पर खाद्य और दवा आदि में भी इस्तेमाल किया जाता है।
देश के बाजारों में चाइनीज लहसुनों को बेचे जाने की खबर आने, और मामले के हाई कोर्ट पहुंचने के बाद अब इस पर काफी चर्चा हो रही है। हम आपको बता रहे हैं कि चीनी लहसुन को इतना खतरनाक क्यों माना जाता है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कृषि पद्धतियां सुरक्षित और टिकाऊ रहें, जिससे उपभोक्ताओं को खाद्य पदार्थों में कीटनाशक अवशेषों से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों से बचाया जा सके।
इस प्रोजेक्ट का मकसद विभिन्न खाद्य उत्पादों में माइक्रो और नैनो प्लास्टिक का पता लगाने के लिए विश्लेषणात्मक तरीकों को विकसित करना और उन्हें मान्यता देना है। प्रोजेक्ट के तहत भारत में माइक्रो और नैनो प्लास्टिक मिलावट के जोखिम स्तर का आकलन भी किया जाएगा।
वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर आपको भी खाने की ऐसी चीजों के बारे में जान लेना चाहिए जो आपकी ओवरऑल हेल्थ को बुरी तरह से डैमेज कर सकती हैं। अगर आप वाकई में अपनी सेहत को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो इन फूड आइटम्स को अपनी डाइट से तुरंत बाहर कर दीजिए।
Cold storage vegetables: कोल्ड स्टोरेज में रखी सब्जियां इन दिनों में बाजार में बहुत ज्यादा मिल रही हैं। जैसे कि फूलगोभी। क्योंकि खेत में अभी नए फूलगोभी नहीं कटे हैं तो जो आप खा रहे हैं वो क्या है, समझ लें!
आज महानवमी है और कल विजयादशमी है। इस मौके पर बंगाल और बिहार जैसे राज्यों में रसगुल्ला और छेना की मिठाई खाने की परंपरा रही है। पर इनमें मिलावट हो सकती है। आइए, जानते हैं इन मिठाई की मिलावट को कैसे पता करें।
राजस्थान हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से जारी Food Safety Officer पद के लिए वैकेंसी 1 नवंबर 2022 से शुरू हुई थी। इस परीक्षा के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 30 नवंबर 2022 है।
हमारे देश में ऐसे बहुत से लोगों हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है। इसलिए, हमें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि खाने को बर्बाद न करें। आज वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे 2021 के मौके पर हम आपको बताएंगे ऐसी आदतों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप खाने को बेकार होने से बचा सकते हैं।
पूरे विश्व में हर वर्ष 7 जून को 'विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस' मनाया जाता है। इस दिन को मनाये जाने की वजह खाद्य सुरक्षा के प्रति उन लोगों को जागरुक करना है जो खराब भोजन का सेवन करने की वजह से गंभीर रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं
स्विगी, जोमैटो और फूडपांडा समेत 10 ऑनलाइन फूड डीलीवरी कंपनियों ने खाद्य FSSAI से मंजूरी नहीं पाने वाले 5,000 रेस्तराओं को अपनी लिस्ट से बाहर कर दिया है।
सरकार ने अधिक वसा, चीनी एवं नमक वाले डिब्बा बंद खाद्य उत्पादों पर लाल ‘लेबल’ लगाने के प्रस्ताव वाले मसौदे को फिलहाल स्थगित कर दिया है।
जिस तरह से सिगरेट के पैकेट पर बड़े आकार की चेतावनी दिए जाने का नियम है उसी तरह से अब शराब की बोतल पर भी बड़े अक्षरों में चेतावनी जारी की जाएगी। हाल ही में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) की तरफ से नोटिफिकेशन जारी हुआ है जिसके मुताबिक पहली अप्रैल 2019 से शराब की बोतल पर मोटे अक्षरों और अंग्रेजी भाषा में CONSUMPTION OF ALCOHOL IS INJURIOUS TO HEALTH, BE SAFE-DON’T DRINK AND DRIVE लिखा जाना जरूरी है
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने कहा कि दक्षिण भारत की तुलना में उत्तर भारत में दूध में मिलावट के मामले अधिक आते हैं।
खाद्य नियामक FSSAI द्वारा जारी नए दिशा-निर्देश के अनुसार ऑनलाइन फूड कारोबार करने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों को आपूर्ति श्रृंखला के लिए लाइसेंस लेना होगा।
रामविलास पासवान ने कहा कि अप्रैल तक लगभग पूरा देश राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आ जाएगा। कानून को लागू करने के लिए तेजी से काम हो रहा है।
देश के सार्वजनिक खाद्य सुरक्षा लैबोरेट्रीज में जांच किए गए खाद्य पदार्थों के हर पांच में से एक नमूने में मिलावट और गलत मार्का (मिसब्रांडेड) पाया गया है।
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