जापान में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले हैं। उत्तरी जापान में भूस्खलन की वजह से परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। पीएम फूमियो किशिदा ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
गुजरात में हो रही भीषण बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। इस कारण नदियों और बांध का पानी भी बाहर आने लगा है। इस कारण राज्य के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं और कई गांवों से संपर्क टूट चुका है। बता दें कि रेलवे सेवाएं भी इस कारण बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं पानी की वजह से 30 किसान और पर्यटक फंस गए। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद इन सभी लोगों को रेस्क्यू किया गया।
भारी बारिश से तबाह महाराष्ट्र को अगले दो दिन तक राहत मिलने की संभावना कम है। रायगढ़ और रत्नागिरी में सोमवार तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
बाढ़ में फंसे बाप-बेटे को सुरक्षित निकालने के लिए राहत बचाव कार्य जारी है। नदी का उफान तेज होने के कारण दोनों पेड़ पर चढ़कर पानी कम होने का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, पानी कम होने की बजाय बढ़ गया और दोनों फंस गए।
तेलंगाना में एक बांध से अचानक पानी छोड़ने जाने की वजह से अश्वराओपेटा में बाढ़ आ गई। इस कारण बाढ़ में करीब 30 लोग फंस गए, जिन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना ने मिलकर संयुक्त अभियान चलाया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे नदी के आसपास के इलाके डूबते जा रहे हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने से किसानों को भी फसलों का बहुत नुकसान हुआ है।
असम के 16 जिले बाढ़ की चपेट में है। असम का कछार जिला बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा मंगलवार को बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या कम हुई है। इस बीच उन्होंने जंगल के हाथियों को लेकर भी अपडेट दिया है।
उत्तर प्रदेश और असम के कई जिलों में बाढ़ आई हुई है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इधर, दिल्ली-एनसीआर के लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे हैं।
जलस्तर की बढ़ोतरी को लेकर घाट पर स्थित पुरोहित भरत पांडेय ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जलस्तर बढ़ने से दिन में घाट की चार सीढ़ी तो वहीं रात में 6 सीढ़ी डूब रही है। बाढ़ की स्थिति गंभीर लग रही है।
अफगानिस्तान में एक बार फिर भारी बारिश का कहर देखने को मिला है। बारिश की चपेट में आने से महिलाएं और बच्चों समेत 35 लोगों की मौत हो गई है। फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए अधिकारियों को कई निर्देश दिए और साथ ही कहा कि सहायता राशि का वितरण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही कराया जाए।
भारी बारिश के चलते कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। असम में बाढ़ से 109 लोगों की जान चली गई है। 1300 से ज्यादा बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में राप्ती नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है।
Assam Flood: बाढ़ से 17 जिलों में करीब छह लाख लोग प्रभावित हुए हैं। दो और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 109 हो गया है।
भारी बारिश के बीच उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। हरदोई में गर्रा नदी उफान पर है। जिले के करीब 150 गांव पानी में डूब गए हैं। ग्रामीण अब घर छोड़कर ऊंचाई वाली सड़कों की ओर जा रहे हैं।
23 जिलों में 12.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।
बाढ़ के कारण एंबुलेंस मरीज के घर तक नहीं जा सकी। ऐसे में परिजन उसे खाट पर लेकर 2 किलोमीटर पैदल चले और मरीज को घर तक ले गए।
राज्य में भारी बारिश से कई नदियों में जलस्तर बढ़ गया जिससे 17 जिलों के700 से ज्यादा गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। शाहजहांपुर और बरेली जैसे कुछ स्थानों पर नगरीय क्षेत्रों में भी बाढ़ की स्थिति बन गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपदा प्रतापगढ़, लखनऊ, सीतापुर, अंबेडकरनगर और बलिया के एडीएम एफआर से नाराज हैं। दरअसल बाढ़ संबंधी सूचना और क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे में हुई लापरवाही को लेकर उन्होंने जवाब तलब किया है।
सोशल मीडिया पर एक मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आप हैरान हो जाएंगे। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि बारात घर में पानी भरने के बाद लोग दावत खाने के लिए पहुंचे।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़