मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार और रविवार (8 और 9 जुलाई) को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
बिहार के दरभंगा में जोरदार बारिश के बाद DMCH अस्पताल के सभी वार्डों में ऐसा नजारा हो गया मानो ये अस्पताल ही पानी पर बना हो। यहां हर एकत वार्ड में 1 से 2 फीट पानी भर गया। वहीं लोगों के घरों में भी नाले का गंदा पानी भर गया।
गुजरात, बिहार और असम बाढ़ की चपेट में हैं। हजारों लोगों का जीवन बाढ़ की वजह से प्रभावित हुआ है। सड़कें पानी से लबालब भरी हैं और लोगों के घरों में पानी घुस चुका है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अभी भी 158 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं और अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी है। बाढ़ से दो लोगों की मौत की खबर है। राज्य के 16 जिलों के 4.88 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
असम में बाढ़ से करीब 1 लाख 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम चल रहा है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें राहत के कामों जुटी हुई है।
असम में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति बिगड़ गई हैं। मौसम विभाग ने भी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। इससे हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
असम एक बार फिर बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है। राज्य के 10 जिलों की करीब 31 हजार आबादी बाढ़ के साए में जी रही है।
नेपाल में बारिश और भूस्खलन कहर बनकर टूटे हैं। इसमें 6 लोगों की मौत भी हो गई है। साथ ही इतनी ही संख्या में लोग घायल हुए हैं। जबकि 29 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
असम में ब्रह्मपुत्र समेत उसकी कई सहायक नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD ने राज्यभर में अगले कई दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
पिछले वर्ष बाढ़ ने असम में 200 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया था। लाखों लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए थे। सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी फसल बर्बाद हो गई थी। वहीं इस बार भी ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं।
‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि रूसी आपातकालीन टीम बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मदद में जुटी है। रूस द्वारा नियुक्त क्षेत्रीय गवर्नर व्लादिमीर साल्दो ने दावा किया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से 4000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी और अप्रैल 2022 के बीच प्रतिकूल मौसम की घटनाओं के कारण 86 लोगों की मौत हुई जबकि इस साल इसी अवधि में 233 लोगों की जान गई है।
देश की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, हैती में मूसलाधार बारिश के कारण आई भारी बाढ़ से कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और 13000 अन्य विस्थापित हो गए।
रवांडा में हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 135 लोगों की मौत हो गई और एक अन्य अब भी लापता है। सरकार ने यह जानकारी दी।
भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ के कारण अफगानिस्तान में हाहाकार मच गया है। प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजीरी ने शुक्रवार को कहा कि उत्तरी अफगानिस्तान में आंधी-तूफान और अचानक आई बाढ़ ने घरों और खेतों को नष्ट कर दिया है।
सानलिउरफा के टेलीविजन द्वारा जारी एक वीडियो में बाढ़ के पानी से लबालब सड़कें और पानी में कारें बहती हुई दिख रही हैं।
न्यूजीलैंड में चक्रवाती तूफान गैब्रिएल तबाही मचा सकता है। मंगलवार को पूरे देश में इमरजेंसी घोषित की गई है। चक्रवाती तूफान के कारण व्यापक बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया गया है।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में भीषण बाढ़ का प्रकोप है। इस कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसे देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यहां इमरजेंसी लगाने की घोषणा की है। यहां भारी बारिश ने तबाही मचाई है।
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