राजधानी दिल्ली में मुकुंदपुर चौक के पास तीन बच्चों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। तीनों बच्चे बाढ़ के पानी में नहाने गए थे।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि शहर के सभी गैर-जरूरी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद रहेंगे। प्राधिकरण ने शहर के निजी प्रतिष्ठानों को घर से काम करने की सलाह दी है।
सवाल ये है कि देश की राजधानी में ऐसे हालात कैसे बने? क्या सिर्फ हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी इसके लिए जिम्मेदार है? या फिर सिस्टम की कमियों का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है?
देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने से कई इलाके पानी में डूब चुके हैं।
एनडीआरएफ ने संयुक्त बचाव अभियान के तहत 28 ट्रेकरों और चरवाहों को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से रेस्क्यू किया है। यहां बाढ़ के जलस्तर के बढ़ जाने के कारण 11 लोग काफनू गांव से 15 किमी दूर फंस गए थे।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार की सुबह काफी बढ़ने की संभावना है। इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
एक ही परिवार के पांच सदस्य 5 जुलाई को कुल्लू और मनाली में छुट्टियां मनाने के लिए मुजफ्फरनगर से निकले थे। उनसे 9 जुलाई से संपर्क नहीं हो सका है। उनकी तलाश में तेजी लाने के लिए, मुजफ्फरनगर के जिला प्रशासन ने कुल्लू के जिला मजिस्ट्रेट को एक पत्र लिखा है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर डेंजर जोन को पार कर गया है, जिससे निचले इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। सीएम केजरीवाल ने अहम बैठक की और अमित शाह को पत्र भी लिखा है।
देश में बारिश का कहर जारी है। वहीं टीवी एक्टर रुस्लान मुमताज भी बाढ़ में फंसे गए थे। हाल ही में उन्होंने वीडियो शेयर कर जानकारी दी है कि वह ठीक है।
भारी बारिश के कारण नदी व नाले उफान पर हैं। इस कारण यमुना नदी का भी जलस्तर रिकार्ड लेवल पर पहुंच गया है। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में रविवार को 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है।
बारिश और बाढ़ ने कई देशों में तांडव मचा रखा है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी बारिश और बाढ़ के चलते एक एलिवेटेड रोड ढह गया है। बताया जा रहा है कि यह सड़क 2020 से निर्मित हो रही है। अभी भी यह पूरी तरह बन नहीं पाई थी।
इन दिनों उत्तर भारत का एक बड़ा इलाका भारी बरसात की वजह से आई बाढ़ से जूझ रहा है। इस लेख में हम बाढ़ के प्रकार और उससे निपटने के तरीकों आदि के बारे में बता रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ के कारण सड़कें बंद हो गई हैं। इस दौरान यहां की प्रमुख नदियों ने रौद्र रूप धारण किया हुआ है। ब्यास नदी की चपेट में आने से मंडी और कुल्लू के कई पुल टूट गए हैं।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने शहर में भारी बारिश के कहर के बाद अपने अधिकारियों को लोगों तक पहुंचने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से यह कहते हुए आरोप-प्रत्यारोप से परहेज करने का आग्रह किया कि यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने आम जनता को काफी नुकसान पहुंचाया है। कई लोग अपने घर से बेघर हो गए हैं और कई को अपनी जान गंवानी पड़ी है। राज्य के सीएम ने लोगों से अपील की है कि वह घर के बाहर ना निकलें।
मुरादाबाद मंडल से चलने वाली 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है और कई ट्रनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मनाली में ब्यास नदी के किनारे नदी में एक पूरी इमारत की ढह गई। इसका वीडियो भी सामने आया है।
भारत, पाकिस्तान और जापान के साथ ही साथ अमेरिका भी बाढ़ की चपेट में है। न्यूयॉर्क में भारी बारिश और बाढ़ के प्रकोप ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अमेरिका बाढ़ संवेदनशील इलाकों में फंसे व्यक्तियों को सुरक्षित ठिकानों की ओर जाने को कहा गया है।
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन ने हाहाकार मचा दिया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों पर कमर और गर्दन तक पानी भर आया है। इससे इंसानों और वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। मनुष्यों से लेकर जानवरों और पशु-पक्षियों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है।
बारिश हिमाचल प्रदेश में भी खूब तबाही मचा रही है। इस कारण हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही बदरीनाथ नेशनल हाईवे और अटल टनल को बंद कर दिया गया है।
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