श्रीलंका में तेजी से बदले मौसम के चलते 15 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मौसम में बदलाव के साथ श्रीलंका अचानक तूफान, बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आ गया है।
स्पेन में आई भीषण बाढ़ ने कई गांवों को तबाह कर दिया है, जिसमें कम से कम 140 लोगों की जान चली गई। स्पेन में बाढ़ की वजह से मृतकों की तादाद बढ़ने की आशंका है।
स्पेन के प्राधिकारियों ने बताया कि देश के पूर्वी हिस्से में अचानक आई बाढ़ के कारण 95 लोगों की मौत हो गयी। कई कारें बाढ़ के पानी में बह गईं। गांवों में पानी भर गया और रेल लाइन एवं राजमार्ग अवरुद्ध हो गए।
स्पेन में तेज बारिश और भीषण बाढ़ ने 72 लोगों की जान ले ली है। जगह-जगह बाढ़ और जलभराव के चलते प्रमुख परिवहन सेवाएं ठप हो गई हैं। इससे लोगों को भारी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।
स्पेन में मूसलाधार बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ के कारण तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। हालात बेहद खराब हो गए है। लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
फिलीपींस में भीषण बाढ़ और भूस्खलन के चलते कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई है। जबकि काफी संख्या में लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस कारण अब तक 50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
नेपाल में इस साल सितंबर के महीने में भारी बारिश हुई थी। भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बन गई थी। इस दौरान भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 244 लोगों की मौत भी हो गई थी। नेपाल में भारी बारिश क्यों हुई इसके पीछे वजह अब पता चल गई है।
श्रीलंका में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि कोसी और गंडक नदी पर बने बांध के टूटने पर भी उन्होंने सवाल उठाया और कहा कि बांध टूटने के लिए इंजीनियर जिम्मेदार हैं। उनकी पहचान कर कार्रवाई होनी चाहिए।
नेपाल के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। 20 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी राहत एवं बचावकार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते राजधानी काठमांडू में 50 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
भारत के कई राज्य इस वक्त भीषण बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने गुजरात समेत बाढ़ से प्रभावित 3 राज्यों के लिए 675 करोड़ रुपये वित्तीय सहायता की मंजूरी दी है।
नेपाल में हुई मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ और लैंडस्लाइड की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। देश भर में अबतक 170 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राहत और बचाव का कार्य अभी भी चल रहा है।
नेपाल के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। चारो ओर पानी भरा हुआ है। स्थानीय प्रशासन, पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी बचाव और राहतकार्य में जुटे हुए हैं। सरकार की ओर से लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
भारी बारिश के चलते पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ आई हुई है। ममता सरकार के मंत्री शनिवार को मालदा जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे थे। मंत्री के जाने के बाद राहत सामग्री की लूट मच गई।
बिहार में मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। नेपाल से सटे जिलों में रहने वालों लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं भारी बारिश से फसलों को भी नुकसान हुआ है।
नेपाल में बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा दी है। नेपाल के अधिकारियों के अनुसार कम से 39 लोगों की मौत हो गई है। हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों की ओर विस्थापित किया गया है।
नेपाल के कई जिलों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। स्थानीय मौसम विभाग ने अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाढ़ के चलते सुरक्षाकर्मियों की टीम तैनात की गई है।
भागलपुर में गंगा नदी ने विकराल रुप धारण कर लिया है। गंगा तट पर बने कई मकान नदी की तेज जलधारा में बह गए। बाढ़ का पानी रिहायशी इलाके तक भी पहुंच गया है।
बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा पटना सहित दर्जनों जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पटना के डीएम ने जिले के 76 सरकारी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
शुक्रवार से बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दो पत्र भेजे, जिसमें बाढ़ की स्थिति में हस्तक्षेप करने और धन जारी करने का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा कि बाढ़ मुख्य रूप से मानव निर्मित है, क्योंकि डीवीसी ने अपने बांधों से पानी को अनावश्यक रूप से छोड़ा है।
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