यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए रेलवे ने अपनी प्रीमियम हमसफर रेलगाड़ियों से फ्लेक्सी फेयर योजना को हटा दिया है। साथ ही इन रेलगाड़ियों में शयनयान श्रेणी के कोच लगाने का भी निर्णय किया है।
बीते कुछ महीनों में रेलवे को एयरलाइंस से कड़ी टक्कर मिल रही है। हवाई यात्रा के सस्ती होने से रेलवे को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय रेलवे ने दिवाली पर रेलयात्रियों को शानदार तोहफा दिया है।
राजधानी, शताब्दी या दुरंतो गाड़ियों से सफर करने वाले रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है
भारतीय रेलवे अगले महीने फ्लेक्सी फेयर योजना से यात्रियों को राहत देने जा रही है। रेलवे ने बताया कि मंत्रालय की कम भीड़भाड़ के दौरान प्रयोग के रूप में चिह्नित की गई कुछ ट्रेनों में अस्थायी रूप से फ्लेक्सी फेयर योजना बंद करने की तैयारी की जा रही है।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) ने रेलवे की मांग बढ़ने के साथ किराया बढ़ोतरी (फ्लेक्सी-फेयर) योजना को लेकर कड़ी फटकार लगाते हुए आगाह किया कि इस योजना से यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए ‘मजबूर’ होना पड़ रहा है।
कैग ने कहा कि जब कीमत और समय की तुलना की गई तो प्रीमियम ट्रेनों के मुकाबले हवाई यात्रा करना सस्ता है और लोग हवाई जहाज से यात्रा करना ज्यादा पसंद करते हैं। उसने कहा कि फ्लेक्सी किराया योजना शुरू करने के बाद भी ट्रेनों की समय की पाबंदी का ध्यान नहीं रखा गया।
फ्लेक्सी-फेयर सिस्टम के कारण रेल टिकट की बहुत अधिक कीमत से जुड़ी यात्रियों की शिकायतों पर रेल मंत्री ने कहा कि इसकी समीक्षा होगी और किराये में कमी आएगी।
राजधानी, शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में अधिकांश सीटें खाली रहने की समस्या का सामना कर रही रेलवे अब अपने फ्लेक्सी फेयर सिस्टम को बदलने जा रही है।
फ्लेक्सी फेयर के सिस्टम यह बदलाव अगले 6 महीने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि फ्लेक्सी फेयर के तहत रेलवे को यात्री नहीं मिल रहे हैं।
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