एसबीआई का Savings Plus Account एक विशेष बचत खाता है, जो उपभोक्ताओं को अपने बचत खाता में जमा राशि पर उच्च ब्याज दर हासिल करने में मदद कर सकता है।
भारत में एफडी ब्याज दर अवधि और वरिष्ठ नागरिकों के आधार पर अलग-अलग होती है। बजाज फाइनेंस ऑनलाइन एफडी बहुत फायदेमंद है, क्योंकि यह न केवल ऊंचे रिटर्न की गारंटी देती है बल्कि इसके साथ अन्य कई लाभ भी मिलते हैं।
बजाज फाइनेंस ऑनलाइन एफडी के साथ आप बाजार के जोखिम में अपनी बचत को खोने के डर के बिना एक संपत्ति का निर्माण कर सकते हैं।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक का आसान इंटरैक्टिव यूजर इंटरफेस खाताधारकों को अपनी बचत पर नजर रखने में मदद करता है।
बजाज फाइनेंस एफडी को क्रिसिल द्वारा एफएएए और आईसीआरए द्वारा एमएएए उच्च स्थिर रेटिंग प्रदान की गई है।
प्राइवेट सेक्टर के अग्रणी बैंक HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों को झटका दिया है। HDFC बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के लिए ब्याज दरों में कटौती की है।
SBI ने एक महीने में दूसरी बार फिक्स डिपॉजिट (FD/सावधि जमा) पर ब्याज दरें घटाने का फैसला किया है। बैंक ने सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरें 0.40 फीसदी (40 आधार अंकों) तक घटा दी हैं।
5 से 10 साल के बीच की अवधि के जमा पर 0.75 फीसदी अधिक ब्याज
कर्ज दरों में कटौती के साथ बैंक ने फिक्सड डिपॉजिट दरों में भी कटौती की है
एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की ब्याज दरों में कटौती के बाद अब आरडी (रिकरिंग डिपॉजिट) की ब्याज पर भी कैंची चला दी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि करीब 30 हजार ब्रू शरणार्थियों को त्रिपुरा में बसाया जाएगा। इसके लिए 600 करोड़ रुपये का एक पैकेज दिया गया है।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के करोड़ों ग्राहकों को झटका लगने वाला है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई बचत खाते पर मिलने वाली ब्याज दर को कम करने जा रहा है।
बचत को लेकर पुरूषों के मुकाबले महिलाएं कुछ ज्यादा ही सतर्क होती हैं। एक सर्वे के अनुसार करीब 58 प्रतिशत महिलाएं अपना पैसा मियादी जमा या लोक भविष्य निधि में जमा करना चाहती हैं।
एचडीएफसी बैंक में एफडी कराई हुई है या करना चाहते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ेगा। दरअसल बैंक ने अपनी चुनिंदा मेच्योर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में बदलाव कर दिया है। ये नई दरें 13 सितंबर से लागू भी हो गई हैं।
एक साल के एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट), जिससे सभी रिटेल लोन की ब्याज दर लिंक्ड हैं, को पहले के 8.25 प्रतिशत से घटाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया गया है।
इसी प्रकार 46 से 179 दिन की एफडी पर ब्याज की दर को 0.25 प्रतिशत कम कर 5.5 प्रतिशत कर दिया है।
देश में आज यानी 1 अगस्त 2019 से वित्तीय नियमों को लेकर कई अहम बदलाव होने जा रहे हैं। इन बदलावों का असर सीधे आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है।
RBI द्वारा रेपो रेट के बढ़ाने के बाद ये बात तो अब तय है कि बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे। क्रिसिल के प्रमुख अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने कहा कि कुछ बैंक जहां ब्याज दरों में पहले ही इजाफा कर चुके हैं वहीं अब बाकी बचे बैंक भी धीरे-धीरे इसमें बढ़ोतरी करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे होम और कार लोन सहित अन्य लोन भी महंगे हो जाएंगे।
निजी क्षेत्र के यस बैंक ने मंगलवार को एक नयी जमा योजना ‘हरित भविष्य : जमा योजना’ शुरू की। विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरु की गई इस योजना में डेढ़ साल की अवधि में बैंक आठ प्रतिशत तक ब्याज देगी। कंपनी की योजना इससे अगले तीन माह में 1,000 करोड़ रुपए जुटाने की है।
स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख कंपनी ऑक्सी ने शुक्रवार को एक अनोखी योजना की घोषणा की है। ऑक्सी ने कहा है कि वह देश में जन्म लेने वाली हर नवजात लड़की के नाम पर 11,000 रुपए की सावधि जमा (एफडी) कराएगी।
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