दिल्ली के वसंत विहार में एक दुकान में आग लगी, लेकिन इसे फैलने से पहले रोक लिया गया। इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की खबर नहीं है।
गर्मी का मौसम आते ही पहाड़ों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। कई हेक्टेयर और कई किलोमीटर तक के जंगल हर साल जल कर खाक हो जाते हैं। हर साल सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्रफल में वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचता है।
हमीरपुर जिले में 15 दिन में जंगल की आग से मौत की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 29 मई को चकमोह क्षेत्र में जंगल में आग के दौरान एक महिला की दम घुटने से मौत हो गई थी।
24 वर्षीय मोहम्मद अली हुसैन अपने तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था और वह अपने परिवार की मदद के लिए रांची से कुवैत गया था। उसके घर पर उस समय मातम छा गया जब परिजनों को यह पता चला कि कुवैत की इमारत में हुई इस त्रासदी में उसकी मौत हो गई है।
चांदनी चौक में लगी आग लंबे समय तक बुझाई नहीं जा सकी। गुरुवार शाम लगी आग लगभग 50 दुकानों में फैल गई और इससे करोड़ों का नुकसान हुआ। अगले दिन सुबह भी कई दुकानों से धुआं निकल रहा था। ऐसे में दमकल कर्मियों ने पानी की बौछार कर मलबे को ठंडा किया।
कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड बाद 45 भारतीय नागरिकों के शवों की पहचान कर ली गई है। कुवैत सरकार इस घटना को लेकर सख्त है, कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
एक शख्स आग के साथ खिलवाड़ करते दिखाई दे रहा है लेकिन उसको यह खिलवाड़ करना इतना भारी पड़ता है कि अगले पल ही वह जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते फिरता है।
वन विभाग के अनुसार आग बुझाने पहुंचे वनकर्मी उसकी चपेट में आ गए। इनमें से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य चार कर्मी बुरी तरह झुलस गए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
इंडियन एयरफोर्स का विशेष विमान 45 भारतीय मजदूरों के पार्थिव शरीर को लेकर कुवैत से केरल के एर्नाकुलम शहर में पहुंच गया है। एयरपोर्ट में शवों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
कुवैत में हुए इस अग्निकांड में केरल के पथानामथिट्टा, कोल्लम, कोट्टायम, मलप्पुरम, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लोगों की जान गई है।
कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड को लेकर लोगों ने भयावह मंजर बयां किया है। अग्निकांड में करीब 40 भारतीयों की मौत हुई है। कुवैत के गृह मंत्री ने घटना को लेकर सख्त रुख दिखाया है।
मकान में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। दमकल विभाग की टीम राहत और बचाव का कार्य में जुटी हुई है। संकरी गलियों में मकान होने के कारण दमकलकर्मियों को राहत और बचाव कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कुवैत के दक्षिणी शहर में आग लगने की भयावह घटना हुई है। आग एक इमारत में लगी है। आग की चपेट में आने 41 लोगों की मौत हो गई है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके गहरा दुख व्यक्त किया है।
मुजफ्फरनगर में बाईपास के निकट ऑटोमोबाइल्स शोरूम में AC के फटने से आग लग गई। सूचना पाकर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। मारूति का यह शोरूम राधा गोविंद ऑटोमोबाइल्स के नाम से है।
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा शुरू हो चुकी है। एक व्यक्ति की मौत से शुरू हुआ संघर्ष अब हिंसक होता जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर 200 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है।
नरेला की मूंग दाल फैक्ट्री में गैस लीक के कारण आग लगी। इससे कंप्रेसर में ब्लास्ट हो गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, छह गंभीर रूप से घायल हैं।
दिल्ली के लाजपत नगर में बनी Eye7 अस्पताल में अचानक भीषण आग लग गई। आग की सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची।
गर्मी की वजह से लगी आग से जुड़ी घटनाओं के वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे है। आग लगने का एक ताजा मामला सामने आया है, जहां इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से भरे ट्रक में आग लग गई।
कंपनी में जैसे ही एयर कंडीशनर चालू किया गया तो धमाके के साथ भीषण आग लग गई। दमकलकर्मियों ने आग बुझा दी थी लेकिन तभी गर्मी के कारण तीसरी मंजिल पर एलपीजी सिलेंडर भी फट गया।
घटना रविवार रात मेरठ के गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग पर हुई। चलती कार में अचानक आग लग गई। फायर बिग्रेड को इसकी सूचना दी गई, लेकिन जब तक दमकलकर्मी मौके पर पहुंचते तब तक काफी देर हो चुकी थी।
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