Fire Broke out: संभल जिला अस्पताल की चौथी मंजिल पर लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी
पुलिस ने बताया कि राई गांव के पास MBBS छात्रों की कार बैरिकेड से टकरा गई जिससे उसमें आग लग गई।
Fire In Building: अमेरिका के फिलाडेल्फिया में एक इमारत में अचानक आग लग गई। आग लगने से इमारत भरभरा के ढह गई। इस घटना में 1 फायरमैन की मौत हो गई जबकि 5 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों में 2 की हालत बहुत गंभीर है। घटना शनिवार देर रात करीब दो बजे की बताई जा रही है। आग पर काबू पा लिया गया है और बिल्डिंग से 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
नोएडा में फेस-वन थानाक्षेत्र के सेक्टर 7 में कपड़े की एक कंपनी में शुक्रवार शाम को भयंकर आग लग गई। आग की इस घटना में करोड़ों रूपये का माल जलकर खाक हो गया।
America News: अमेरिका के ला ग्रेंज शहर में लगा आग से पटाखों से भरा कंटेनर के चपेट में आने से भीषण विस्फोट हो गया।इसमें एक व्यक्ति की मौत और तीन अग्निशमन कर्मी भी झुलसे गए।
Odisha News: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से तकरीबन 100 किलोमीटर दूर नयागढ़ जिले में एक तेल टैंकर पुल से नीचे गिर गया। इसके बाद हुए घातक विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
Delhi Fire: फायर ब्रिगेड के अधिकारी के अनुसार, पुथ खुर्द के ब्रह्म शक्ति अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आग की सूचना सुबह पांच बजे मिली। इसके बाद मौके पर दमकल की 9 गाड़ियां भेजी गईं।
West Bengal Fire: एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मजदूर उस समय कारखाने के अंदर थे। कुछ लोग भागने में सफल रहे, जबकि कम से कम 18 मजदूर आग के कारण घायल हो गए।
आग लगने की सूचना पर आनन-फानन में तुरंत सर्किट हाउस के कर्मचारियों ने मोर्चा संभाल लिया। बिजली का कनेक्शन काटकर वहां से पंखे को बाहर कर दिया गया। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
बांग्लादेशी दमकल कर्मी कंटेनर डिपो में लगी विनाशकारी आग बुझाने के लिए सोमवार को भी मशक्कत करते रहे। इस घटना में 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि करीब 300 जख्मी हुए हैं।
Bangladesh Container Depot Fire: इस हादसे में कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और 450 से ज्यादा लोग घायल हो गए। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है।
Delhi Fire: बताया जाता है कि आग अस्पताल के दूसरे फ्लोर पर लगी है। फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं।
दिल्ली के मुंडका में आग लगने की त्रासद घटना को लगभग दो सप्ताह हो गए हैं लेकिन कई मृतकों के परिजन अब भी उनके शवों का इंतजार कर रहे हैं। बाहरी दिल्ली के मुंडका में 13 मई को एक चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी जिससे कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य झुलस गए।
Fire in Nagpur: जंगल में लगी आग को गोरवाड़ा जू के करीब 150 अधिकारी और कर्मचारियों ने वन विभाग के पास उपलब्ध अग्रिशमन साधनों के साथ बुझाने की कोशिश की, लेकिन हवा के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था और एक बड़ा इलाका आग की चपेट में आ चुका था। हालात खराब होता देख दमकल विभाग को इसकी सूचना दी गई।
देश और दुनिया के जंगलों में आग लगने की सबसे बड़ी वजह जलवायु परिवर्त को बताया जा रहा है, लेकिन कई बार अफसरों की लापरवाही के कारण भी काफी नुकसना हो जाता है।
दिल्ली के नरेला स्थित एक प्लास्टिक फैक्ट्री में भीषण आग लगी है। ये आग एक प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री में लगी है। आग इतनी भीषण है कि फायर बिग्रेड की 27 गाड़ियां मौके पर आग बुझाने के लिए पहुंची हैं।
जले हुए अवशेषों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है। इस बीच, प्रशासन त्रासदी के बाद से लापता लोगों के ठिकाने के बारे में भी अनजान है।
मुंडका अग्निकांड को लेकर दिल्ली सरकार के सूत्रों से मिली जानकारी में बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिस इमारत में भीषण आग लगी वहां किसी भी तरह की कमर्शियल गतिविधि की इजाजत नहीं थी फिर भी MCD ने ही इसे लाइसेन्स दिया था।
Fire In Guru Nanak Dev Hospital: पूरे इलाके में आग की वजह से काला धुंआ फैला हुआ था, इसलिए कई मरीजों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा और वह अस्पताल में भागकर बाहर सड़क पर लेट गए।
यह घटना देश की राजधानी में फायर सेफ्टी के लिए अपनाए जानेवाले उपायों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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