सड़क से गुजर रहे तीन और लोग इस धमाके में घायल हो गए। पूरी घटना सिग्नल पर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई है। ये दर्दनाक वीडियो केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी का है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय शुक्रवार को एंटी स्मॉग गन लगाने के लिए पुराने पीएचक्यू के पास आईटीओ जाएंगे। एंटी-स्मॉग गन वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक उपकरण है जो वायुमंडल में धूल और अन्य कणों को व्यवस्थित करने के लिए पानी का छिड़काव करता है।
दिल्ली की हवा का स्तर पहले से ही खराब बना हुआ था और पटाखों के धुएं ने इसे बेहद खराब हालत में पहुंचा दिया। हालत ये थी कि देर रात दिल्ली के वातावरण में पटाखों का धुआ छा गया, विजिविलिटी बेहद कम हो गई।
आज शाम को मुख्य रूप से माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती, कुबेर और काली मां की पूजा की जाएगी। दिवाली की शाम को प्रदोष काल के समय लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है। वहीं, दिल्ली समेत कई राज्यों में आतिशबाजी पर सख्ती है। दिल्ली में हर तरह के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर पाबंदी है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पटाखों पर प्रतिबंध को लागू करने में राज्य सरकार, केंद्र शासित प्रदेशों और एजेंसियों की किसी भी तरह की चूक को बेहद गंभीरता से देखा जाएगा।
न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी की विशेष पीठ ने पश्चिम बंगाल सरकार को यह सुनिश्चित करने की संभावनाएं भी तलाशने के लिए कहा कि प्रतिबंधित पटाखों और उससे संबंधित सामान का राज्य में प्रवेश केंद्र पर ही आयात नहीं हो।
मथुरा में एक दुकान के मालिक ने तमिलनाडु के शिवकाशी से तरह-तरह के पटाखे मंगवाए थे और इनमें से कुछ पटाखों के डिब्बों पर ऑस्ट्रेलिया, भारत व अन्य देशों के नाम लिखे हुए थे,वहीं एक डिब्बे पर पाकिस्तान लिखा था और एक खिलाड़ी की फोटो भी छपी थी।
डब्ल्यूबीपीसीबी के अध्यक्ष कल्याण रुद्र ने कहा कि प्रदूषण निगरानी संस्था बाजार में पटाखों की आपूर्ति और त्योहारों के दौरान पटाखों को फोड़ने से रोकने की रणनीति तैयार करने के लिए पुलिस और प्रशासन के साथ बैठक कर रही है।
झारखंड के उन शहरों में जहां वायु गुणवत्ता का स्तर अच्छा या संतोषप्रद है, वहां निर्धारित समय पर ही पटाखे चलाये जा सकेंगे। राज्य में 125 डेसिबल से कम क्षमता वाले पटाखों की ही बिक्री की जा सकेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि आतिशबाजी पर पूरी तरह प्रतिबंध नहीं है और केवल उन पटाखों पर पाबंदी है जिनमें बेरियम साल्ट होता है। कोर्ट ने कहा कि दूसरे के स्वास्थ्य की कीमत पर जश्न का आयोजन नहीं किया जा सकता है।
दिल्ली सरकार ने तो हर तरह के पटाखों की बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सितंबर में ही घोषणा कर दी थी कि दिवाली के दौरान दिल्ली में पटाखे चलाने पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए 5-5 लाख और आपातकालीन वार्डों में इलाज कर रहे घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
राजस्थान सरकार ने गुरुवार को कोरोना की तीसरी लहर की संभावना का हवाला देते हुए अगले साल तक राज्यभर में सभी तरह के पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने की घोषणा की।
उत्तर मुंबई के मगथने इलाके में स्थित शिवसेना विधायक प्रकाश सुर्वे के कार्यालय के पास पटाखों से लदा एक वाहन पाया गया।
तमिलनाडु के शिवकाशी में एक पटाखा फैक्टरी में गुरुवार को आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोगों के घायल होने की खबर आ रही है।
पूरी दुनिया ने 14 नवंबर को दिवाली मनाई। दिल्ली में स्मारक जगमगा उठे। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने 'दीये' जलाये और यह नजारा काफी खूबसूरत लगा।
दिल्लीवासियों ने 14 नवंबर को दीपावली का त्योहार मनाया। त्योहार मनाने के लिए स्थानीय लोगों ने प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़े।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की रोक के बाद भी दिल्ली-NCR में जमकर पटाखे चले। काफी संख्या में लोग पटाखे जलाते नजर आए। हालांकि, पुलिस ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी की।
दिल्ली एनसीआर में जहां प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। इसी बीच उत्तराखंड सरकार ने त्योहार के निश्चित दिनों में पटाखे चलाने को अनुमति दे दी है।
इसके जवाब में चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘मध्यप्रदेश ख़ुशियों का प्रदेश है। यहां पर हम ख़ुशियों पर कभी भी किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाते। प्रदेश में पटाखों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हां, लेकिन चीनी पटाखों पर प्रतिबंध ज़रूर है। आप भगवान राम के अयोध्या लौटने की ख़ुशी मनाएं, पटाखे जलाएं एवं धूमधाम से दिवाली मनाएं।’’
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