अमेरिका में नौसेना का लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से खलबली मच गई है। इसमें सवार दोनों पायलट लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पाकिस्तान आर्थिक तौर पर कंगाली की हालत में पहुंच गया है। मुल्क के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। संकट में घिरे पाकिस्तान ने अजरबैजान को अपने लड़ाकू विमान बेचे हैं।
भारत और अमेरिका के बीच हुई जेट इंजन की डील को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बड़ी बात कही है। लॉयड ऑस्टिन ने इस समझौते को क्रांतिकारी बताया है।
एक ही क्षेत्र में दो महीने में दो F-16 विमानों के क्रैश होने की घटना ने इस विमान पर संदेह पैदा कर दिया है। बता दें कि F-16 दुनिया के सबसे प्रसिद्ध लड़ाकू विमानों में से एक है। अमेरिका ने पाकिस्तान समेत विभिन्न देशों को हजारों की संख्या में ये विमान बेचे हैं।
अमेरिका में वायुसेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। अमेरिकी वायुसेना के बी-1लांसर बमवर्षक में चालक दल के 4 सदस्य सवार थे। दुर्घटना के समय यह साउथ डकोटा हवाई अड्डे पर लैंडिंग का प्रयास कर रहा था। मगर दृश्यता कम होने की वजह से यह हादसे का शिकार हो गया।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की बर्बादी का सामान जुटाना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही देश उत्तर कोरिया के जानी दुश्मन हैं। अक्सर इन देशों से किम की ठनी रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को को परमाणु मिसाइल और गोला-बारूद की आपूर्ति के बदले उन्हें पुतिन से परमाणु बमवर्षक विमान चाहिए।
रूस की यात्रा पर गए उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अब रूसी फाइटर प्लेन बनाने वाली फैक्ट्री में पहुंच गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि किम जोंग को उन्नत किस्म के फाइटर प्लेन की जरूरत है। बदले में रूस उनसे बैलिस्टिक मिसाइलें और गोला-बारूद ले सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को दुनिया की सबसे सशक्त सेना बनाने की जिद ठान ली है। फिलहाल भारत की गणना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर आर्मी में होती है। पिछले 8 वर्षों से पीएम मोदी सेना को आत्मनिर्भर बनाने से लेकर अत्याधुनिक हथियारों से लैस करते जा रहे हैं।
US and China Fighter Jets in South China Sea: ताइवान पर उपजे तनाव के चलते अमेरिका और चीन के बीच दुश्मनी लगातार बढ़ती ही जा रही है। चीन अमेरिका को हर क्षेत्र में चुनौती देने पर आमादा है तो वहीं अमेरिका चीन की दादागीरी को खत्म करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है।
Russia Shot Down Ukraine's Drone: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पिछले दो दिनों से यूक्रेन के साथ युद्ध को विराम देना चाह रहे हैं, लेकिन यूक्रेन है कि इस बीच और अधिक हमलावर हो गया है। इन दिनों अमेरिका और नाटो के कई हाईग्रेड हथियारों के बल पर यूक्रेन ने अपनी हमलावर क्षमता को बढ़ा लिया है।
South Korean fighter plane KF 16C crashes:इन दिनों दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा। खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करके उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के साथ ही साथ अमेरिका को भी चुनौती दे रहे हैं। जापान भी किम जोंग की हरकतों से परेशान है।
India Vs China Fight:अपनी सेना को कई गुना अधिक ताकतवर बना चुका भारत चीन के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। पीएम मोदी की दुनिया में बढ़ती दबंगई से शी जिनपिंग की सांसें उखड़ रही हैं। आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ते भारत के कदम ने चीन के लिए रक्षा निर्यात के क्षेत्र में भी मुश्किल पैदा कर दी है।
JF-17 Thunder: पाकिस्तान और चीन ने भारत के मिराज-2000 और सुखोई Su-30MKI का मुकाबला करने के लिए जीएफ-17 लड़ाकू विमान बनाए थे। चीन ने पाकिस्तान को ये विमान चेपने से पहले उसकी काफी तारीफ की थी। चीन ने खुद ये दावा किया कि वह विमानों को अपनी वायु सेना में शामिल करेगा।
Barmer Plane Crash: राजस्थान के बाड़मेर के भीमड़ा के पास वायु सेना के लड़ाकू विमान मिग क्रैश होने की खबर मिली है।। जानकारी के मुताबिक प्लेन का मलबा एक किलोमीटर तक बिखरा है।
India Philippine Deal: फिलीपीन स्वदेशी रूप से विकसित भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस के प्रदर्शन से प्रभावित हुआ है और इसे खरीदने पर विचार कर सकता है क्योंकि फिलीपीन अपने लड़ाकू विमानों के बेड़े को बदलना चाहता है
सूत्रों ने बताया कि 16 नवम्बर को लगभग 30 लड़ाकू विमान भी प्रधानमंत्री के समक्ष अपने करतब दिखाएंगे।
राजस्थान के बाड़मेर में पाकिस्तान बॉर्डर के बिल्कुल नजदीक नेशनल हाईवे पर फाइटर प्लेन की लैंडिग हुई है।
नई पीढ़ी के युद्धक विमान डिजाइन करने और उनका उत्पादन करने के मामले में अमेरिका की बराबरी करने की कोशिश कर रहा चीन फिलहाल अंकल सैम से कई साल पीछे है।
भारतीय नौसेना का एक मिग-29के विमान रविवार सुबह गोवा तट के पास अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पायलट विमान से सुरक्षित निकल आया।
देश में सैन्य विमानों की संख्या वर्तमान के 1400 से जल्द ही बढ़कर 2000 की जाएगी जिससे सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए मरम्मत कार्यो में और अवसर पैदा होंगे।
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