अगर आप भी अपनी वेट लॉस जर्नी को आसान बनाना चाहते हैं तो आपको खाने की कुछ चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बना लेना चाहिए। इसके अलावा आपको एक्सरसाइज को भी अपने रूटीन में शामिल कर लेना चाहिए।
Fiber Per Day: पेट और पाचन को स्वस्थ रखना है तो डाइट में फाइबर से भरपूर चीजें शामिल करें। फाइबर वजन घटाने में भी मदद करता है। जानिए एक दिन में कितनी मात्रा में फाइबर का सेवन करें और फाइबर से भरपूर आहार क्या हैं?
Jio जल्द आपके घरों तक बिना किसी तार के सुपरफास्ट इंटरनेट पहुंचाने वाला है। इस इंटरनेट सर्विस का फायदा खास तौर पर उन क्षेत्रों में होगा, जहां ऑप्टिकल फाइबर की तार नहीं बिछाई जा सकता है। जियो ने पिछले साल आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस में अपनी इस सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को पेश किया था।
Constipation causes: अक्सर आने देखा होगा कि लोग कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। लेकिन, इसके पीछे कुछ बड़े कारण हैं जो कि हमेशा कब्ज के पीछे एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। क्या हैं ये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
अगर आप हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा चाहते हैं तो आप जियो एयर फाइबर का कनेक्शन ले सकते हैं। जियो एयर फाइबर के एयर फाइबर मैक्स प्लान में ग्राहकों को 300mbps से लेकर 1000mbps तक की तगड़ इंटरनेट स्पीड मिलेगी। बता दें कि जियो एयर फाइबर में आपको बिना वॉयर के इंटरनेट सुविधा दी जाएगी।
Airtel बहुत जल्द मार्केट में रिलायंस जियो एयर फाइबर की तरह Xstream AirFiber लाने जा रही है। यह एक पोर्टेबल डिवाइस होगा जिसे आप आसानी से एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कर पाएंगे। इसमें यूजर्स को हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी बिना किसी वायर के मिलेगी।
इजरायल के स्वामित्व वाला ऊर्जा समूह यूरोप एशिया पाइपलाइन कंपनी (EAPC) एक तेल पाइपलाइन के मार्ग के साथ केबल का निर्माण करेगा जो उत्तरी लाल सागर पर अशकलोन और इलियट के भूमध्य बंदरगाह के बीच संचालित होता है।
देश का फाइबर ब्रॉडबैंड बाजार अभी 30 लाख ग्राहकों तक ही सीमित है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दिशा में नए सिरे से प्रयासों से ऑपरेटरों शीर्ष खपत वाले उपभोक्ता वर्ग में ‘इस क्षेत्र के लिए भी हिस्सेदारी हासिल सकते हैं।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड (RCom) ने रिलायंस जियो (Reliance Jio) अपने फाइबर कारोबार से जुड़ी पूरी संपत्ती को बेचने की घोषणा की है
एक रिपोर्ट के मुताबिक कम बुआई और घटती उत्पादकता के कारण चालू वर्ष में देश का कपास उत्पादन 11 फीसदी गिरकर 335 लाख गांठ (एक गांठ= 170 किलो) रहने का अनुमान है।
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