एमबीबीएस में एडमिशन लेने की सोच रहे हैं तो जान लें कि आपके पैरेंट्स या आपकी जेब पर बोझ बढ़ गया है। पंजाब में सभी मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस फीस बढ़ी दी गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा फीस बढ़ोतरी का कुछ शिक्षकों ने विरोध भी किया है। शिक्षकों का आरोप है कि यह कदम हायर एजुकेशन फाइनेंशियल एजेंसी (HEFA) से लिए गए ऋण पर ब्याज चुकाने के लिए छात्रों पर दवाब डालने का एक प्रयास है।
JEE Main- JEE Main के लिए NTA ने आवेदन फीस बढ़ा दी है। इस फीस बढ़ोतरी से छात्रों पर सीधे-सीधे आर्थिक भार बढ़ जाएगा। बता दें कि साल 2022 में 10 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आज हिंसा उस वक्त भड़क गई, जब छात्रों ने सुरक्षा गार्डों और फिर पुलिस के साथ मारपीट की। परेशानी तब शुरू हुई जब गार्ड ने एक छात्र नेता को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया।
भगदड़ में कई छात्र और पुलिसकर्मी घायल हो गए। अभी यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्र पिछले 101 दिनों से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं।
यूपी के प्राइवेट स्कूलों में अब बच्चों को पढ़ाना मुश्किल होने वाला है क्योंकि प्राइवेट स्कूल फीस में बढ़ोतरी करने जा रहे है। प्राइवेट एंड अनएडेड स्कूल्स एसोसिएशन, यूपी ने फीस बढ़ाने की मंजूरी दी है।
Allahabad University: कुलपति ने एक बयान जारी कर कहा कि छात्रों द्वारा यह बात फैलाई जा रही है कि फीस में 400 गुना वृद्धि की गई है जोकि सही नहीं है। उन्होंने दावा किया कि 30-40 विद्यार्थी झूठ के सहारे विश्वविद्यालय का अकादमिक वातावरण बर्बाद करने का प्रयास कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में निजी स्कूलों की मनमानी फीस बढ़ोतरी से अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसी के चलते रविवार को नेफोवा और एनसीआर अभिभावक संघ के बैनर तले अभिभावकों ने ग्रेटर नोएडा में ‘जूते पॉलिश’ कर विरोध प्रदर्शन किया।
अभिभावकों का कहना है कि पहले ही कोविड-19 महामारी ने कई परिवारों को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया है।
कोरोना संकट के बीच देश भर में आर्थिक गतिविधियां रुकी हुई हैं। लाखों उद्योग धंधे बंद हैं, करोड़ों रोजगार संकट में हैं।
फीस वृद्धि को लेकर पिछले कई महीनों से सड़क पर आंदोलन कर रहे जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र लगता है अब मान गए हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार को कहा कि जेएनयू छात्रों का विरोध जारी रखना उचित नहीं है क्योंकि शुल्क वृद्धि का मुद्दा सुलझाया जा चुका है।
दिल्ली मेट्रो ने भी एहतियातन केंद्रीय दिल्ली के तीन स्टेशनों को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।
जेएनयू के अनुसार यदि छात्र आने वाली सेमेस्टर परीक्षा में नहीं बैठते हैं तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) में भी फैल गया।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति ने सिफारिश की है कि आवश्यक सेवा शुल्क में कटौती का लाभ विश्वविद्यालय के सभी छात्रों को मिलना चाहिए। अब तक यह लाभ गरीबी रेखा के नीचे आने वाले छात्रों को ही दिया जाता है।
क्या जेएनयू का हल आज निकल पाएगा? मानव संसाधन विकास मंत्रालय की 3 सदस्यीय हाईपॉवर कमेटी शांति बहाली और हालात सामान्य करने का रास्ता निकालने के लिए आज छात्रों से बातचीत करने वाला है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस बढ़ाने और इसके खिलाफ आंदोलन की गूंज अब संसद में भी सुनाई दे रही है। कल लाठीचार्ज पर संसद में कई बार बवाल हुआ। उधर जेएनयू प्रशासन छात्रों की शिकायत को लेकर अब कोर्ट पहुंच गया है।
जेएनयू के अलग-अलग कोर्स में मौजूदा फीस 27600 से लेकर 32 हज़ार रुपए तक हैं, लेकिन यूनिवर्सटी ने फीस में बढ़ोतरी कर दी है, जिसके बाद छात्रों को अब 55 हज़ार रुपए से लेकर 61 हज़ार रुपए तक फीस चुकानी होगी।
जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में बढ़ी फीस वापसी की मांग को लेकर आज भी छात्र सड़कों पर उतरने वाले हैं। मतलब संसद की ओर जाने वाली सड़कों पर आज एक बार फिर जाम लगने वाला है।
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