ई-कॉमर्स में एफडीआर्इ कानून के खिलाफ ट्रेडर्स ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। ट्रेडर्स ने सरकार से दोबारा विचार करने की मांग की है।
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर जल्दी ही डिस्काउंट गायब होने वाला है। आप इन वेबसाइट से भारी डिस्काउंट पर सामान खरीदते हैं तो आने वाले दिनों में निराशा हाथ लग सकती है।
सरकार ने ई-कॉमर्स के मार्केटप्लेस मॉडल में ऑटोमैटिक रूट के जरिये 100 फीसदी विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) को अपनी मंजूरी दे दी है।
स्वीडन की फर्नीचर रिटेल चेन आइकिया अगले साल हैदराबाद में भारत का पहला स्टोर खोलेगी। कंपनी की योजना 2017 की दूसरी तिमाही तक अपना स्टोर स्थापित करने की है।
सर्विस सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अप्रैल-दिसंबर की अवधि में 85.5 फीसदी बढ़कर 4.25 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से दिसंबर अवधि के दौरान 40 फीसदी बढ़कर 29.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अप्रैल-नवंबर के दौरान 31 फीसदी बढ़कर 24.8 अरब डॉलर रहा है। वित्त वर्ष 2015-16 की आर्थिक समीक्षा में यह बात कही गई है।
सरकार ई-कॉमर्स रिटेलिंग के मार्केट प्लेस मॉडल में 100 फीसदी एफडीआई की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। इससे सरकार और जयादा विदेशी निवेश आकर्षित करेगी।
इस साल इंश्योरेंस सेक्टर में 12,000 करोड़ रुपए से अधिक का एफडीआई आने की संभावना है। विदेशी कंपनियों की इस क्षेत्र में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की योजना है।
एफआईपीबी ने दूरसंचार टॉवर कंपनी वियोम नेटवर्क्स के 5,900 करोड़ रुपए के एफडीआई प्रस्ताव सहित कुल 6,500 करोड़ रुपए के 13 प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
इंडस्ट्री जगत ने सरकार से मल्टी-ब्रांड रिटेल कारोबार में एफडीआई सीमा बढाने पर जोर देने को कहा। साथ ही कृषि में कंपनियों को अनुमति देने की मांग की।
पिछले 17 माह के दौरान भारत में एफडीआई में 35 फीसदी का उछाल आया है, जबकि इस दौरान दुनियाभर में होने वाली एफडीआई में 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
2014 में निवेशकों को मालामाल करने वाले शेयर बाजार ने इस निराश किया है। भारी उतार-चढ़ाव के बीच 2015 शेयर बाजार के लिए चार साल का सबसे बुरा दौर रहा।
विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (FIPB) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के 136 करोड़ रुपए के तीन प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दे दी है।
देश में निवेश के मामले में सिंगापुर ने मारीशस को पीछे छोड़ दिया है। चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में भारत में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) सिंगापुर से आया।
विदेशी निवेशकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत पर भरोसा जताया है। इस दौरान देश में 16.63 अरब डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) आया है।
देश में अक्टूबर 2014 से सितंबर 2015 के दौरान कुल 32.87 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आया है। यह जानकारी सोमवार को संसर में दी गई।
देश की तमाम बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के घेरे में आ गई हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 दिसंबर तक जांच रिपोर्ट जमा करने को कहा है।
RBI गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि पब्लिक और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट घटने से भारत में विकास के रास्ते में बाधा उत्पन्न हो रही है।
FIPB ने बुधवार को छह FDI प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी है। इन छह प्रस्तावों के जरिये देश में 1810 करोड़ रुपए का विदेशी निवेश होगा।
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