सिंगल ब्रांड रिटेल समेत सरकार कुछ क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की नीति में रियायतों की घोषणा कर सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) प्रत्यक्ष विदेश निवेश (FDI) प्रस्तावों को मंजूरी के लिये मंत्रालयों के लिए मानक प्रक्रिया (SOP) तैयार कर सकता है।
भारत में वर्ष 2016 के दौरान विदेशी प्रत्यक्ष निवेश ((FDI) 18 प्रतिशत वृद्धि के साथ 46 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) से राष्ट्रीय हितों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
जनवरी माह में भारतीय कंपनियों का विदेशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 57.3% घटकर 1.82 अरब डॉलर रह गया। RBI के आंकड़ों में यह बात सामने आई है
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने 5,000 करोड़ रुपए तक विदेशी निवेश के प्रस्तावों को मंजूरी देने वाला निकाय FIPB को समाप्त करने की घोषणा की।
मेक इन इंडिया अभियान की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए दो जानेमाने विशेषज्ञों ने कहा है कि इस कार्यक्रम से प्रमुख क्षेत्रों में एफडीआई पर कोई प्रभाव नहीं।
देश में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में 27.82 अरब डॉलर का FDI आया। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 21.87 अरब डॉलर से 27% अधिक है।
सरकार देश के ढांचागत क्षेत्र के विकास के लिए जरूरी FDI में वर्ष 2016 में किए गए सुधारों के आधार पर FDI प्रवाह अगले साल भी बेहतर रहने की उम्मीद कर रही है।
BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 182 अंक बढ़कर 26698 पर और निफ्टी 51 अंक बढ़कर 8222 पर बंद है। वहीं, डेन नेटवर्क का शेयर 20% के ऊपरी सर्किट पर बंद हुआ है।
आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर घरेलू और वैश्विक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझान, एफपीआई और डीआईआई, डॉलर की की चाल, कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी।
मारीशस आशावान है कि नई संधि में भी वह भारत में FDI के सबसे बड़ा स्रोत बना रहेगा। उसने यह बात ऐसे समय कही है जबकि संधि के ब्योरे को लेकर बातचीत जारी है।
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रवाह को और बढ़ावा देने के लिए रिटेल कारोबार जैसे क्षेत्रों से जुड़े कुछ बाधक नियमों में ढील देने पर विचार कर रही है।
विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (FIPB) इस सप्ताह विदेशी निवेश (Foreign Investment ) के 19 प्रस्तावों पर विचार करने वाला है। 27 अक्टूबर को इसकी बैठक होगी।
रविवार को चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में देश में विदेशी निवेश (FDI ) के नियमों को बेहद आसान कर दिया गया है।
FPI ने अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में 9,000 करोड़ रुपए डाले हैं। वैश्विक और घरेलू कारकों से भारतीय शेयरों के प्रति एफपीआई का आकर्षण कायम है।
अंतरमंत्रालयी इकाई विदेश निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने 105 करोड़ रुपए के छह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
सरकार ने ऑनलाइन रिटेलरों से ई-कॉमर्स दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है। ऑफलाइन कंपनियों ने ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
व्यापारियों के प्रमुख संगठन कैट ने अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के खिलाफ औद्योगिक नीति एवं संवद्र्धन विभाग (डीआईपीपी) के पास शिकायत दर्ज कराई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय FDI के लिए व्यापार सुगमता को बढ़ावा देने के मकसद से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति को NIC संहिता से जोड़ने के लिए काम कर रहा है।
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