368 पन्नों की रिपोर्ट में FATF ने कहा है कि आतंक के खतरों का सामना करते हुए भारत ने टेरर फंडिंग रोकने के लिए सराहनीय काम किया है। बता दें कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ईडी से जुड़े मामले में ही लंबे समय तक जेल में रहे हैं। जिस ईडी की तारीफ FATF कर रहा है उसी को विपक्ष कोसता रहा है।
दुनिया भर में आतंकी फंडिंग और मनीलांड्रिंग पर निगरानी करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने भारत को अलकायदा और आइएसआइएस जैसे आतंकवादी संगठनों से खतरा बताया है। साथ ही आतंक के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई की तारीफ की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस आसानी से पीएमएस (कीमती धातुओं और पत्थरों) का उपयोग स्वामित्व का निशान छोड़े बिना बड़ी मात्रा में धन ट्रांसफर करने के लिए किया जा सकता है, यह चिंताजनक है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि एफएटीएफ पारस्परिक मूल्यांकन में भारत का प्रदर्शन बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिहाज से खासा अहम है, क्योंकि यह वित्तीय प्रणाली की समग्र स्थिरता और अखंडता को दर्शाता है।
FATF ने भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए कहा कि ‘गुणवत्ता एवं निरंतरता समीक्षा’ पूरी होने के बाद देश के संबंध में अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।
पाकिस्तान पर जब गरीबी, कंगाली की तलवार लटकी, तो उसे आतंकवाद पर लगाम लगाने की याद आई। टेरर फंडिंग करने वाले पाकिस्तान के पीएम ने आतंकवाद पर शिकंजा कसने के लिए अहम बैठक बुलाई। हालांकि पाकिस्तान खुद तालिबानी आतंकियों से परेशान है। लेकिन आतंकियों की पनाहगाह भी यहीं है। जानिए आतंक पर लगाम के पीछे चीन का क्या कनेक्शन है।
अनुराग ठाकुर ने कहा, बड़े शर्म की बात है कि गांधी परिवार के करप्शन की कहानी केस स्टडी बनाकर पूरी दुनिया को बताई जा रही है, वो भी ऐसी संस्था द्वारा जो टैरर फाइनेंसिग को रोकने के लिए काम करती है।
बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत के जवाब से पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का बयान वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में नाकाम रहने पर उसकी हताशा को दर्शाता है।
ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि भारत की आजाद विदेश नीति से खफा अमेरिका ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकलवाने में पर्दे के पीछे से अहम भूमिका निभाई है।
पाकिस्तान भले ही FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आ गया हो, लेकिन अभी भी उसके सामने कई मुश्किलें मुंह बाए खड़ी हैं।
Pakistan & FATF: दुनिया में टेरर फंडिंग और आतंकवाद के सबसे बड़े हब पाकिस्तान को अब फाइनेंशियल एक्शन टास्कफोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकवादियों को किसी देश द्वारा फाइनेंशियल मदद दिए जाने पर एफएटीएफ कड़ी निगरानी रखता है।
Pakistan Grey List: विश्वभर में टेरर फडिंग और मनी लॉन्डिरिंग पर नजर बनाए रखने वाली संस्था एफएटीएफ (FATF)ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने राहत की सांस ली।
Pakistan Fatf Grey List: ग्रे लिस्ट में डालते ही पाकिस्तान पागल हो जाता है। इस लिस्ट निकलने के लिए कई सालों से पाकिस्तान लगा हुआ है। पेरिस में कल फैसला आ जाएगा। इस लिस्ट में कई बार पाकिस्तान को डाला गया और निकाला गया है।
Pakistan Grey List: पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर हो सकता है। इस हफ्ते एफएटीएफ की बैठक होने वाली है। जिसमें पाकिस्तान का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल द्वारा तैयार रिपोर्ट को पेश किया जाएगा।
FATF PAKISTAN: टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने गुपचुप तरीके से पाकिस्तान का दौरा खत्म कर ली। FATF की 15 सदस्यीय टीम पाकिस्तान का पूरा भ्रमण कर लिया है।
FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) ने शुक्रवार को बताया कि उसने पाकिस्तान को अपनी आतंकी फंडिंग 'ग्रे लिस्ट' पर बरकरार रखा है। FATF ने बर्लिन में हुई समीक्षा बैठक के बाद पाकिस्तान को फिलहाल ग्रे-लिस्ट में बनाए रखने का फैसला किया है।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट से पाकिस्तान के बाहर आने की पूरी संभावना है। पाकिस्तान को भी पूरा भरोसा है कि फैसला उसके पक्ष में ही आएगा। सूत्रों के मुताबिक चीन, तुर्की और मलेशिया जैसे देश पर्दे के पीछे से पाकिस्तान की मदद कर रहे हैं। यदि आज पाकिस्तान इस लिस्ट से बाहर आ जाता है तो उसके लिए विदेशी मदद के रास्ते खुल जाएंगे।
Pakistan FATF News: पाकिस्तान को उसके ‘करीबी दोस्तों’ ने भरोसा दिया है कि वे ग्रे लिस्ट से निकलने में उसकी मदद करेंगे।
पाकिस्तान जून 2018 से एफएटीएफ की 'ग्रे लिस्ट' में है, जो मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में विफल रहा है, जिसके कारण आतंकी वित्तपोषण हुआ है। इसे अक्टूबर 2019 तक पूरा करने की कार्य योजना दी गई थी। लेकिन देश आतंकी संगठनों और उनके प्रायोजकों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा।
ऊर्जा मंत्री हम्माद अजहर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ने एक अभूतपूर्व समयसीमा में धनशोधन संबंधी कार्ययोजना को संबोधित किया है।
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