जम्मू कश्मीर में आर्टिकिल 370 खत्म होने के बाद पहली सरकार बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है....उमर अब्दुल्ला कश्मीर के मुख्यमंत्री होंगे.... उमर अब्दुल्ला ने लैफ्टीनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि आर्टिकल 370 पर पाकिस्तान कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी हो सकती है।
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Parliament की सुरक्षा में सेंध, Mimicry Controversy और संसद से बर्खास्त सांसदों पर बोलते हुए कहा Jammu-Kashmir के पूर्व मुख्यमंत्री Farooq Abdullah ने कही कि “हम बस यही चाहते है कि गृहमंत्री संसद में इस मामले पर बयान दे। हम बस ये सुनना चाहते थे कि ये चूक कैसे हुआ और क्या किया जा सकता है
श्रीनगर: दुर्भाग्य से आजादी के समय से ही पाकिस्तान का एक कपटी इतिहास रहा है। उनके पहले प्रधानमंत्री की भी हत्या हुई थी। दुर्भाग्य से भारत के लिए अस्थिर पाकिस्तान खतरनाक है। हमें उपमहाद्वीप में शांति के लिए एक स्थिर पाकिस्तान चाहिए.
Jammu Kashmir में आज Rahul Gandhi की Bharat Jodo Yatra के दौरान ब्रेक है, लेकिन फारुक अब्दुल्ला के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। सुनिए फारुक ने राहुल के बारे में क्या कहा।#bharatjodoyatra #farooqabdullah #rahulgandhi
कश्मीरी पंडितों के साथ 90 के दशक में जो बेरहमी हुई। आज हिंदुस्तान का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। आज लोग सवाल कर रहे हैं कि हमारे ही देश में लाखों कश्मीरी हिंदुओं के साथ ये दंरिदगी हुई और एक आदमी को सजा नहीं मिली। एक एफआईआर नहीं हुई। आखिर कोई तो जिम्मेदार होगा।
कश्मीर के नाम पर फिर एक बार देश में पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। श्रीनगर में कल पुलिस पर हमला हुआ तो आज दिल्ली में उसपर खूब सियासत हुई। फारुख अब्दुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान से बात करने की पैरवी की। तो वही संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने फाहरुख अब्दुल्ला को पाकिस्तान जाने की नसीहत दी। देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि सिर्फ चुनाव में हार के डर से तीनों कृषि क़ानून वापस लिए गए।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि अफगानिस्तान में तालिबान एक अच्छी हुकूमत चलाएंगे और लोगों से इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि तालिबान को सभी के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
कश्मीर के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने तालिबान की तारीफ की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें तालिबान से अच्छी सरकार की उम्मीद है।
जम्मू-कश्मीर के लोग 5 अगस्त 2019 के बाद बहुत मुश्किलों में हैं। वे गुस्से में हैं, परेशान हैं और भावनात्मक रूप से टूट चुके हैं। वे अपमानित महसूस करते हैं। महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी की जम्मू-कश्मीर सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद कहा कि मैंने पीएम से कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग जिस तरह से असंवैधानिक, अवैध और अनैतिक रूप से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था, उसे स्वीकार नहीं करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने दिल्ली आवास पर जम्मू और कश्मीर के शीर्ष राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत की, 2019 में इस क्षेत्र की विशेष स्थिति को समाप्त करने के बाद इस तरह की यह पहली बैठक |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों की बैठक नई दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर चल रही है। जम्मू-कश्मीर में भविष्य की राजनीतिक कार्रवाई को चाक-चौबंद करने के लिए चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित 14 नेताओं के साथ यह एक महत्वपूर्ण बैठक है।
जम्मू-कश्मीर के आठ राजनीतिक दलों के नेता, जिनमें से कई अगस्त 2019 में राज्य के विभाजन के बाद से महीनों तक हिरासत में रहे बैठक में हिस्सा लिया | इस दौरान अमित शाह, मनोज सिन्हा आदि नेता मौजूद रहे |
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं। ये बैठक आज दोपहर बाद 3 बजे पीएम आवास पर होगी।
जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के साथ स्थानीय नेताओं के साथ होने वाली बैठक 3 बजे शुरू होगी और इस बैठक के लिए भारत सरकार की तरफ से जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्री यानि फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद इस बैठक में शामिल होने जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली 3 दलों की बैठक से पहले कांग्रेस पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। जम्मू कश्मीर की कांग्रेस पार्टी की इकाई के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर के लोग कम से कम राज्य का दर्जा चाहते हैं और कांग्रेस पार्टी बैठक में इससे कम पर नहीं मानेगी। गुलाम अहमद मीर कांग्रेस पार्टी के उन 3 नेताओं में शामिल हैं जिन्हें केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के लिए निमंत्रण भेजा हुआ है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद भी इस बैठक में शामिल होंगे।
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं। ये बैठक आज दोपहर बाद 3 बजे पीएम आवास पर होगी। दो साल पहले 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म करके राज्य को दो यूनियन टेरिटरी में बांट दिया गया था जिसके बाद से केन्द्र और सूबे की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच ये पहली बातचीत है। हालांकि अभी तक इस मीटिग का एजेंडा सामने नहीं आया है लेकिन इस बातचीत पर श्रीनगर से लेकर दिल्ली और इस्लामाबाद तक सबकी निगाहें लगी हैं।
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