कश्मीर में अमरनाथ यात्रा रद्द होने और अतिरिक्त सुरक्षा बलों के तैनाती के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है। इसी के मद्देनजर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के घर रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई।
फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में विधानसभा चुनाव इसी साल कराने का अनुरोध किया।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुधवार को जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) में अनियमितताओं और घाटाले को लेकर पूछताछ हुई।
जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने एक आदेश में पुलिस से कहा है कि वह घाटी में मस्जिदों का विवरण उसे तत्काल मुहैया कराए। केंद्र ने हाल में राज्य में अतिरिक्त सुरक्षाबल भी भेजे हैं जिससे राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 35ए के भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी हैं।
कश्मीर घाटी में केंद्रीय बलों के करीब 10,000 जवानों को भेजने के आदेश के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से जम्मू कश्मीर में मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने का आह्वान किया।
नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त करना संविधान से छेड़छाड़ के समान होगा। अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर मुद्दे का अंतिम समाधान होने तक अनुच्छेद 370 जरूरी है और तब तक इसे संविधान से अलग नहीं किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि 6 जुलाई को लद्दाख के डेमचॉक सेक्टर के क्योल गांव में दलाई लामा के जन्मदिन मनाने का चीनी सैनिकों ने किया था। विरोध करते हुए सिविल ड्रेस में चीन के 11 सैनिकों ने बैनर दिखाए।
राहुल गांधी के कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफे पर फारुख अब्दुल्ला ने कहा "मुबारक हो, वह अपने फैसले पर अड़े रहे। वह जवान है और दोबारा अध्यक्ष बन सकते हैं।"
लंबे समय से कश्मीर में अस्थिरता का माहौल है जिसे मोदी सरकार हर हाल में ठीक करना चाहती है लेकिन फारूक अब्दुल्ला जैसे बड़े नेता के ऐसे बयानों से सरकार की नीतियों को झटका लग सकता है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 35ए और अनुच्छेद 370 नहीं हटा सकते और उन्हें देश के लोगों को बांटने की बजाय एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए।
जम्मू कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। इस बार चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने फिर से बाजी मार ली है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि जो लोग अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को निरस्त करने के प्रयास में लगे हैं, वे आग से खेल रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के लिए आज शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों के लिए मतदान होने जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है।
नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह संसदीय चुनाव तय करेंगे कि जम्मू-कश्मीर "गरिमा के साथ संघ का हिस्सा रह पाएगा या नहीं।"
एक अधिवक्ता ने यह याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि इन तीनों नेताओं ने संविधान के खिलाफ राजद्रोह वाले और सांप्रदायिक बयान दिए। उन्होंने कहा कि अदालत या चुनाव आयोग को लोकसभा में उनके प्रवेश पर शर्तें या प्रतिबंध लगाना चाहिए।
जनाथ सिंह ने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने कुंठित होकर यह बयान दिया है, वह जो भी बयान दे सकती हैं, लेकिन हमने जो फैसला कर लिया है उसको लागू करके रहेंगे
अब्दुल्ला का बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा ने सोमवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया और अनुच्छेद 370 समाप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने बालाकोट हवाई हमले और भारतीय वायुसेना एवं पाकिस्तानी वायुसेना के बीच हवाई संघर्ष में पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराने के बारे में देश से झूठ बोला।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा भारत कश्मीर के लोगों के साथ न्याय नहीं कर रहा है लेकिन वह उन्हें अपनी सैन्य बल के दम पर दबा नहीं सकता।
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