जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है।
आरोपों के मुताबिक रोशनी एक्ट के तहत फारुक अब्दुलला ने तीन कनाल जमीन खऱीदी लेकिन बगल की सात कनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
जम्मू-कश्मीर क पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फ्रेंस नेता फारूख अब्दुल्ला पर आरोप लगा है कि उन्होंने रोशनी एक्ट के जरिए जम्मू-कश्मीर में सरकारी जमीन को हड़प लिया है।
आरोपों के मुताबिक रोशनी एक्ट के तहत फारुक अब्दुलला ने तीन कनाल जमीन खऱीदी लेकिन बगल की सात कनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
शुक्रवार को फारूक अब्दुल्ला के बेटे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि जम्मू, लद्दाख और कश्मीर को एक दूसरे से अलग कर दिया जाएगा। हालात के कारण हम पीएजीडी के गठन के समय इन क्षेत्रों के लोगों को शामिल नहीं कर पाए और अब यहां आए हैं।’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर ‘देश को गुमराह करने’ और जम्मू-कश्मीर के साथ लद्दाख के लोगों से ‘झूठे वादे’ करने के आरोप लगाए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर एक बेहद ही महत्वपूर्ण बयान दिया है।
नेशनल कांफ्रेंस ने शुक्रवार को दावा किया कि पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को मिलाद-उन-नबी के मौके पर हजरतबल दरगाह पर नमाज पढ़ने के लिए जाने से रोक दिया गया।
शिवसेना नेता संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग करने वाले नेताओं पर हमला किया और केंद्र सरकार से सख्य कदम उठाने की मांग भी की।
फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि हाल ही में गठित ‘‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन’’ (पीएजीडी) एक भाजपा विरोधी मंच है न कि देश विरोधी।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला एक हफ्ते में दूसरी बार बुधवार को प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। उनकी यह पेशी जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में करोड़ों रुपये के कथित घोटाले और धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए हुई है।
फारूक अब्दुल्ला से पूछताछ पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भाजपा पर आरोप लगाया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आरोप लगाया कि चूंकि भाजपा राजनीतिक रूप से पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से लड़ने में विफल रही है, इसलिए अब वह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें निशाना बना रही है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ पर राज्य के दो बड़े नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ कर रहा है। फारूक अब्दुल्ला से यह पूछताछ सीबीआई द्वारा कई करोड़ के घोटाले को लेकर हुई दर्ज एफआईआर पर आधारित है। यह एफआईआर वर्ष 2015 में दर्ज कराई गई थी। सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ के कोष में अनियमितताओं और गबन के मामले में फारुख अब्दुल्ला और तीन अन्य के खिलाफ श्रीनगर की एक अदालत में कुछ समय पहले आरोप पत्र दाखिल किया था। इसी केस के सिलसिले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों तहत ED यह पूछताछ कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ कर रहा है। फारूक अब्दुल्ला से यह पूछताछ सीबीआई द्वारा कई करोड़ के घोटाले को लेकर हुई दर्ज एफआईआर पर आधारित है।
फारूख अब्दुल्ला ने अपने घर पर महबूब समेत सभी विरोधी दलों के नेता को मीटिंग पर बुलाया था। मजे की बात ये है कि कांग्रेस का कोई नेता इस मीटिंग में शामिल नहीं हुआ। कांग्रेस को आमन्त्रित किया गया थालेकिन कांग्रेस ने इस मामले में बीच की लाइन ली है।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के श्रीनगर स्थित आवास पर सर्वदलीय बैठक हुई | नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती रिहा होने के बाद जम्मू कश्मीर में फिर सियासी तौर पर सक्रिय हो गई हैं। इस बीच महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं के बीच बैठक भी हो चुकी है।
जम्मू कश्मीर में फारुख अब्दुल्ला के धारा 370 पर दिए विवादित बयान के बाद राज्य में तनाव का माहौल बना हुआ है | बीजेपी कड़े रुख से अब्दुल्ला के बयान का विरोध कर रही है |
अगर फारुक अब्दुल्ला अपनी बात पर कायम रहते हैं तो हर शहीद का परिवार उनसे सवाल पूछेगा। हर देशभक्त उनसे सवाल पूछेगा।
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