किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर आई है। दिल्ली-नोएडा से सटे चिल्ल बार्डर को किसानों ने खाली कर दिया है। वहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन खत्म हो चुका है। इससे पहले वहां आंदोलनकारी किसान बैठे हुए थे।
कांग्रेस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को आरोप लगाया कि यह एक ‘सुनियोजित साजिश’ थी और इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बुधवार को कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा उकसाने वालों की करतूत है, लेकिन इससे किसानों की मांगों से ध्यान नहीं भटकाया जा सकता।
इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय सिंह चौटाला ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है।
किसान संगठनों ने आज दिल्ली में हुई हिंसा के बाद बैठक की और एक बयान जारी कर कल गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के लिए दीप सिद्धू और अन्य असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है।
गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान उपद्रव और हिंसा के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगों पर कोई रास्ता निकाला जाना चाहिए था।
देश के प्रमुख वामपंथी दलों ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा की निंदा की और आरोप लगाया कि सरकार ने समय रहते हालात नहीं संभाले तथा स्थिति बिगड़ने दी।
संयुक्ता किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने किसान गणतंत्र दिवस परेड (Kisan Republic Day Parade) को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है और सभी आंदोलनकारियों से तुरंत अपने संबंधित विरोध (Farmers agitation) स्थलों पर वापस लौटने की अपील की है।
किसान गणतंत्र दिवस परेड (Kisan Republic Day Parade) के दौरान दिल्ली में हिंसा और तोड़फोड़ हुई। इस दौरान दिल्ली के ITO पर एक किसान की बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश करते हुए मौत हो गई।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में हुई किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
आम आदमी पार्टी ने किसान ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा पर अपना बयान जारी किया है। आम आदमी पार्टी ने कहा कि आज के विरोध में देखी गई हिंसा की हम कड़ी निंदा करते हैं।
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने किसान ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद केंद्र सरकार और देश के लोकतंत्र पर कई सवाल पूछे हैं।
दिल्ली के नागलोई इलाके में प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थराव भी किया जिस वजह से पुलिस को पीछे हटना पड़ा है।
पुलिस ने मंगलवार को लगभग 90 मिनट तक चली अफरातफरी के बाद प्रदर्शनकारी किसानों को लालकिला परिसर से हटा दिया। किसान अपनी ट्रैक्टर परेड के निर्धारित मार्ग से हटकर इस ऐतिहासिक स्मारक तक पहुंच गए थे जहां उन्होंने अपने झंडे लगा दिए।
किसान गणतंत्र दिवस परेड (Kisan Republic Day Parade) के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा (Farmers violence) को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की।
दिल्ली में हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय की हाई लेवल बैठक शुरु हो गई है। अतिरिक्त सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने को कहा गया है। दिल्ली-एनसीआर में कई इलाकों में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर कई इलाकों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान कुछ जगहों पर पुलिस एवं किसानों के बीच झड़प होने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
कृषि ऋण के लक्ष्य में हर साल निरंतर वृद्धि हो रही है और हर साल तय लक्ष्य से अधिक ऋण किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
किसानों ने 26 जनवरी परेड से पहले बड़ा ऐलान कर दिया है। किसानों ने अब संसद की ओर पैदल मार्च निकालने का फैसला किया है।
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