सर्वजातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां की शुक्रवार को हुई बैठक में फैसला किया गया कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए हर गांव से लोगों को भेजा जाएगा।
किसानों के लोकप्रिय नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बड़े बेटे नरेश टिकैत, शक्तिशाली बलियान खाप के प्रमुख हैं और छोटे बेटे, राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता हैं।
एक बात तो बिल्कुल साफ है कि किसान आंदोलन के नेताओं ने देश की जनता का विश्वास खो दिया है। देश के अधिकांश लोग आहत हैं।
भारतीय किसान यूनियन (BKU) सुप्रीमो नरेश टिकैत ने इमरजेंसी पंचायत बुलाई है। यह इमरजेंसी पंचायत, महापंचायत के 2 घंटे बाद बुलाई गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि किसानों को धमकाया जा रहा है और जो लोग अन्नदाताओं को तोड़ना चाहते हैं वे देशद्रोही हैं।
कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के लाल किले और अन्य इलाकों में भड़की हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस की खुफिया विफलता जिम्मेदार है।
किसान आंदोलन की आड़ में 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा करने वाले दंगाइयों के खिलाफ अब देशद्रोह का मुकदमा चलेगा।
दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तारी देने से साफ इनकार करते हुए गोली चलने की धमकी भी दी।
दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में 33 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 9 केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए गए है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को जगह खाली करने का अल्टिमेटम दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात तक गाजीपुर बॉर्डर खाली हो सकता है।
पिछले दो महीनों से मैं ये लगातार कह रहा हूं कि किसानों के आंदोलन में असामाजिक तत्वों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने घुसपैठ की है।
राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर किसानों की ट्रैक्टर परेड (Farmers tractor rally) के दौरान हिंसा हुई। इसी बीच बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए और लाल किले पर एक धार्मिक ध्वज लगा दिया।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत इलाके में पुलिस ने धरना दे रहे किसानों को कथित तौर पर जबरन हटा दिया।
करीब दो महीनों से नए कृषि कानूनों (New farms law) के खिलाफ सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers agitation) के विरोध में स्थानीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया है।
उत्तर प्रदेश में एटा जिले के पिपहारा गांव में खेत पर बनाई गई झोपड़ी में आग लगने से दो किसानों की जलकर मौत हो गई है।
बहुत से किसानों को ये नहीं मालूम कि अगर उनके परिवार में कोई आयकर दाता है, तो इस योजना का लाभ उसे नहीं मिलेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक कार्यक्रम में एक युवक द्वारा आत्मदाह की कोशिश का मामला सामने आया है।
मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अवतार सिंह भडाना ने तीन कृषि कानूनों पर केंद्र के रुख का विरोध करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुयी हिंसा के एक दिन बाद सरकार ने बुधवार को कहा कि उसने किसानों के साथ बातचीत के दरवाजे बंद होने के बारे में कभी कोई बात नहीं कही।
दिल्ली पुलिस ने किसान रैली में हुई हिंसा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दिल्ली पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि 2 जनवरी को हमें किसान ट्रैक्टर रैली की जनकारी मिली थी। टैक्टर रैली की जनकारी मिलते ही हमने किसान नेताओं से बात की।
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