राहुल गांधी को कांग्रेस भी गंभीरता से नहीं लेती, देश का तो सवाल ही नहीं उठता। आज जब वे राष्ट्रपति को विरोध व्यक्त करने गए तब कांग्रेस से कोई भी नेता किसानों से हस्ताक्षर करवाने नहीं आया और न किसानों ने हस्ताक्षर किए: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
किसान यूनियन ने कहा कि सरकार लगातार तथाकथित किसान नेताओं और संगठनों के साथ बातचीत कर रही है, जो हमारे आंदोलन से जुड़े नहीं हैं। यह हमारे आंदोलन को तोड़ने का एक प्रयास है।
वामपंथी जवाब दें केरल में APMC की मंडी क्यों नहीं है?: संबित पात्रा
हजारों किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ कई दिन से दिल्ली सीमा बिंदुओं पर शीत-लहर की स्थिति में डेरा डाले हुए हैं।
कृषि सुधार की दृष्टि से MSP को परिभाषित करने की दृष्टि से कई बातें हम सभी के मन में हैं, किसान नेताओं और किसानों के मन में भी हैं। कुछ सुधार हुए हैं और बहुत से सुधार आने वाले समय में कृषि क्षेत्र में किए जाने हैं: केंद्रीय कृषि मंत्री
देश भर में कृषि कानूनों के विरोध के बीच उत्तर प्रदेश के बुलंशहर से आयी एक चौकाने वाली खबर। एक कांट्रेक्टर कमरे पर रिश्वत लेते हुआ क़ैद हुआ। देखिये क्या है पूरा मामला।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 28 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। एक तरफ आज पूरा देश ‘राष्ट्रीय किसान दिवस’ मना रहा है तो दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन ने ऐलान किया है कि आज हम एक टाइम का खाना नहीं खाएंगे।
कृषि कानून को लेकर जारी विरोध के बीच किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से की मुलाकात
इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किसानो के प्रोटेस्ट पर अपनी राय राखी
यूपी वेस्ट में किसान कानूनों के समर्थन आज हजारों किसान ट्रैक्टर लेकर सड़क पर उतर गए हैं। मेरठ से गाजियाबाद तक ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है। इस रैली में 20 हजार से ज्यादा किसान शामिल हो रहे हैं।
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई है, उनको श्रद्धांजलि देने के लिए आज शहीदी दिवस मनाया जाएगा।
इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विपक्ष पर भड़क गए और कहा कि सभी 3 कृषि कानून किसानों के हित में हैं और इससे उन्हें अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
दिल्ली की सीमाओं पर किसान संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है। कृषि कानूनों की वापसी को लेकर किसान संगठन अड़ गए हैं, ऐसे में सरकार और किसान संगठनों की बीच हुई सभी वार्ताएं विफल रही हैं।
पूरे उत्तर भारत में जबरदस्त सर्दी पड़ रही है....दिल्ली और आसपास के इलाकों में बर्फीली हवाएं चल रही है....रात में टेंपरेचर पांच डिग्री तक गिर जाता है....और ऐसे में हमारे किसान भाई पिछले 22 दिन से आंदोलन कर रहे हैं.
कृषि कानूनों को लेकर जारी किसान आंदोलन के बीच किसानों के नाम केंद्रीय कृषि मंत्री के लिखे पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
अब से कुछ घंटों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीस हज़ार किसानों से सीधा संवाद करेंगे। कृषि बिल पर बहुत सारी बातें कहेंगे.
संत बाबा राम सिंह के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। वे पिछले काफी दिनों से दिल्ली के पास हो रहे आंदोलन में शामिल थे। उन्होंने एक शिविर की भी व्यवस्था की थी और कंबल भी बांटे थे।
Super 100 News में देखिए देश भर की 100 बड़ी खबरें
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम इस मामले में एक कमिटी का गठन करेंगे, जो इस मसले को सुलझाएगी. इसमें किसान संगठन, केंद्र सरकार और अन्य लोग होंगे.
राहुल गांधी के निर्देश पर पूरी कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री मोदी को किसान विरोधी साबित करने में लगी है, राहुल गांधी रोज सुबह एक ट्वीट करके दिनभर के लिए पार्टी की लाइन तय कर देते हैं.
संपादक की पसंद