पंजाब में धरना दे रहे किसानों ने नेशनल हाईवे से अपनी नाकेबंदी हटाने का फैसला किया है। धान की खरीद और उठाव की धीमी गति सहित अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह राज्य के बाहर से चावल की कुटाई यानी मिलिंग करवाने में संकोच नहीं करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी का गठन किया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसानों के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
पंजाब के संगरूर से पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत पर अभद्र टिप्पणी की है। इस मामले में हरियाणा राज्य महिला आयोग ने सिमरनजीत सिंह मान को नोटिस भेजा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपक बाबरिया ने कहा कि कंगना रनौत को बयानबाजी करने से पहले थोड़ा सोचना चाहिए। वहीं, बीजेपी ने भी कंगना से किनारा कर लिया।
अब तक मामले की जांच ही जा रही है कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। इस वजह से कुलविंदर कौर को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
मंडी से भाजपा की सांसद कंगना रनौत के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो घटना घटी, उसपर अब कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने इस बाबत अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर स्टेटस शेयर करते हुए बताया कि आखिर क्यों उस महिला ने उन्हें थप्पड़ मारा।
पंजाब और आसपास के इलाकों में चल रहे किसानों के आंदोलन की वजह से अंबाला के व्यापारियों का काफी नुकसान हो रहा है जिसके बाद उन्होंने इस मामले का हल निकालने के लिए देश के चीफ जस्टिस और चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
किसान अपनी मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। अंबाला मंडल में रेल रुकने से अब तक 788 ट्रेन प्रभावित हुई हैं। इस वजह से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई ट्रेनों का रूट अब अंबाला की बजाय चंडीगढ़ कर दिया गया है।
रेलवे अधिकारी के अनुसार किसान आंदोलन की वजह से अब तक 500 ट्रेनें प्रभावित हो सकी हैं। 230 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं और 85 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वहीं, 22 ट्रेनें ऐसी हैं, जिन्हें आधे रास्ते रद्द किया गया या उनका रूट छोटा कर दिया गया।
किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते कई ट्रेनों को बीच में ही रद्द करना पड़ा है। 11 ट्रेनें रद्द की गई हैं और 19 के रूट बदले गए हैं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि असुविधा होने पर वाहन चालक हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और उन्होंने असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करने की अपील की।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया है कि किसान मजदूर महापंचायत को देखते हुए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। अगर किसानों ने महापंचायत के लिए की गई शर्तों को तोड़ा तो उनपर कार्रवाई की जा सकती है।
दिल्ली पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा को राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करने की इजाजत दे दी है। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तें भी लगाई है।
लिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने कहा है कि हमने सख्त शर्तें लगाई हैं और एसकेएम नेताओं ने एक शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए हैं कि वे शर्तों का पालन करेंगे। एसकेएम ने कहा है कि यह महापंचायत शांतिपूर्ण होगा।
फरवरी महीने से ही जारी किसानों के आंदोलन को अब गुरनाम सिंह चढूनी का भी समर्थन मिल गया है। चढूनी ने अपने समर्थकों से कहा है कि वह भी दिल्ली जाने की तैयारी कर लें।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज आंशिक रेल रोको आंदोलन करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि किसान आंदोलन के तहत ही आज आंशिक रूप से कुछ घंटों के लिए ट्रेनों को रोका जाएगा। उन्होंने अपील की है कि लोग इस दौरान ट्रेनों से यात्रा करने से बचें।
किसान आंदोलन पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार द्वारा पेश की गई प्रदर्शन की तस्वीरें देखीं। फोटो देखने के बाद हाई कोर्ट ने सख्त तेवर अपना लिए। कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों पर काफी सख्त टिप्णियां की हैं।
पुलिस ने कहा कि रेलवे, मेट्रो स्टेशनों और बस अड्डों पर अतिरिक्त पुलिस व अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है क्योंकि किसानों के ट्रेन व बस जैसे सार्वजनिक परिवहनों से आने की भी उम्मीद है।
किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान को देखते हुए राजधानी की तमाम सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली की सीमाओं पर पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो छोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेन और बस से किसान दिल्ली पहुंच सकते हैं।
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