दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने दिल्ली पुलिस पर जानलेवा हमला किया है।
किसानों ने अब अपनी अगली रणनीति के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की रणनीति बनाई है।
बेंगलुरु की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर घमासान मचा है। दिशा की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक ट्वीट किया जिसपर बवाल हो गया है।
प्रवासी भारतीयों ने कनाडा में तिरंगा यात्रा निकाली। ये तिरंगा रैली सरे शहर के स्ट्रोबैरी हिल से वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास तक निकाली गई थी।
पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने टेलीग्राम ऐप के जरिए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को यह टूलकिट भेजी थी और इस पर कार्रवाई के लिए उन्हे मनाया था। दिल्ली पुलिस के प्रमुख ने कहा, ‘‘दिशा रवि की गरिफ्तारी कानून के अनुरूप की गई है, जो 22 से 50 वर्षीय की आयु के लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता।’’
किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस की नेता विद्या रानी का एक वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कार्यकर्ताओं से मूवमेंट के लिए शराब दान करने की अपील की है।
लगता है किसान गांव लौटने लगे हैं। सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता मंच पर बैठे है लेकिन उनको नेता बनाने वाली जनता घर बैठी है। टूल किट आने के बाद किसानों की आंखे खुलने लगी है। इस बीच एक वीडियो वायरल हो रहा है जो 14 तारीख की शाम का सिंघु बॉर्डर का बताया जा रहा है।
टूलकिट मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं और नए नाम भी सामने आ रहे हैं। दिशा रवि, निकिता और शांतनु के नाम सामने आने के बाद एक तीसरा नाम भी सामने आया। ये तीसरा नाम है पीटर फेड्रिक का।
सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर द्वारा दिल्ली हिंसा के बाद किए गए ट्वीट की जांच की बात से महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने 'यू-टर्न' ले लिया है। उन्होंने अब कहा है कि इन हस्तियों की नहीं बल्कि बीजेपी आईटी सेल की जांच की बात कही थी।
टूलकिट के तार कहां तक हैं, साज़िश कितनी बड़ी थी। हर कनेक्शन अब बेपर्दा हो रहा है और खालिस्तानी लिंक सामने आ रहा है। दिल्ली दंगों की टूल किट में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं।
हरियाणा के नरवाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याक्षी रही विद्यारानी दनौदा ने कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्हे संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसान धरने पर बैठे हैं. कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हमें उनकी मदद करनी चाहिए.
सिंघु बॉर्डर पर टेंट में सिर्फ चंद किसान बैठे नज़र आए। सिंघु बॉर्डर के किसानों के तंबू खाली हैं, सिर्फ यही नही जिस सड़क पर पहले ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रहते थे, प्रदर्शनकारियों के टेंट लगे होते थे वो सड़क अब पूरी तरह से खाली है।
दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने किसानों के विरोध से संबंधित ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट केस में 21 वर्षीय जलवायु एक्टिविस्ट दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने रविवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया।
सिंघु बॉर्डर पर टेंट में सिर्फ चंद किसान बैठे नज़र आए। सिंघु बॉर्डर के किसानों के तंबू खाली हैं, सिर्फ यही नही जिस सड़क पर पहले ट्रैक्टर ट्रॉली खड़े रहते थे, प्रदर्शनकारियों के टेंट लगे होते थे वो सड़क अब पूरी तरह से खाली है।
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नए कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को और धार देने के लिए शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और आगे की रणनीति तय की। साथ ही शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पोती और राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय की अध्यक्ष तारा गांधी भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर पहुंचीं।
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किसान आंदोलन के सबसे बड़े हॉट स्पॉट सिंघु बॉर्डर खाली-खाली और शांत दिखा। जहां किसान नेताओं का मजमा लगता था, सड़कों पर भीड़ जुटी रहती थी, भाषणों का शोर और आंदोलनकारियों का हुड़दंग था, वहां अब आंदोलन के तंबू उखड़ने लगे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने दो दिन पहले कहा था कि दिल्ली में किसानों के आंदोलन संबंधी ट्वीट के लिए कंगना किसानों से माफी मांगें।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा कर विरोध कर रहे किसानों के बारे में अपने विचार साझा किए।
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