इस आरोप को खारिज करते हुए कि सरकार राज्य में कोविड महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने में विफल रही है, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारतीय किसान यूनियन से अपने प्रस्तावित धरने को आगे नहीं बढ़ाने का आग्रह किया, जो उन्होंने कहा कि संक्रमण के सुपरस्प्रेडर में बदल सकता है।
सोनीपत पुलिस ने संयुक्ता किसान मोर्चा द्वारा कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी)- कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे (केएमपी) पर जाम के मद्देनजर किसी भी अप्रिय परिस्थितियों/भीड़ से बचने और जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यातायात मार्गों में बदलाव करते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है।
राजस्थान के अलवर में हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को शुक्रवार (2 अप्रैल) देर रात 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद कर दिया।
तीन नए कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कृषि अर्थशास्त्रियों की तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में दाखिल कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने 11 जनवरी को इन तीनों कानूनों के क्रियान्वयन पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी थी और गतिरोध का समाधान करने के लिए चार सदस्यीय समिति नियुक्त की थी।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भी होली मनाई। गाज़ीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत की अगुवाई में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने होली खेली।
किसान आंदोलन और देश में गहराते कोरोना के कहर के बावजूद रबी फसलों की कटाई और जायद सीजन की फसलों की बुवाई निर्बाध तरीके से चल रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने 26 मार्च (शुक्रवार) को 'भारत बंद' का अह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, किसान आंदोलन के 4 महीने (120 दिन) पूरे होने पर 'भारत बंद' किया जा रहा है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने मांग करते हुए कहा कि आंदोलन स्थल पर किसानों का टीकाकरण किया जाए। साथ ही टिकैट ने खुद भी कोरोना टीका लगवाने की इच्छा जाहिर की है।
कड़कड़ाती ठंड के बाद अब चिलचिलाती धूप का मौसम दस्तक दे चुका है...इससे बचाव के लिए ना तो किसानों के उत्साह में कोई कमी दिख रही, ना ही तैयारी में. बल्कि पक्के ढांचों के साथ किसानों की तैयारी है दिल्ली के बॉर्डर्स पर और लंबा टिके रहने की.
बसपा प्रमुख मायावती सोमवार को किसानों के समर्थन में सामने आईं। उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसानों के लिए फायदेमंद नहीं हैं और सरकार से इसे वापस लेने का आग्रह किया।
दिल्ली पुलिस की तरह से कहा गया, "गाजीपुर सीमा पर मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति और जनता की सुविधा को देखते हुए, उत्तर प्रदेस के गाजियाबाद जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ परामर्श के बाद, दिल्ली से गाजियाबाद की ओर जाने वाले NH-24 के मार्ग को खोल दिया गया है।"
पिछले करीब साढे 3 महीनों से नए कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान अब भी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। सर्दी और बारिश के दिनों में ये किसान तिरपाल और टीन के शेड बना कर रह रहे थे, लेकिन गर्मी के दिनों में इसमें रह पाना मुश्किल है। लिहाजा यहां पर अब बड़ी तादाद में परमानेंट स्ट्रक्चर बनाने का काम किया जा रहा है।
दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान अब वहां पर पक्का निर्माण कर रहे हैं। किसानों ने ईंट जोड़कर पक्का कंस्ट्रशन शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि अब गर्मी का मौसम आ रहा है, ऐसे में किसानों के पास और कोई विकल्प नहीं बचा है कि वो पक्का निर्माण कर लें। अभी तक करीब 25 से 30 पक्के मकान बनाए जा चुके हैं।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों के एक समूह ने 169 दिनों के बाद गुरुवार को अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।
इंडिया टीवी के साथ एक खास बात-चीत में कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के प्रति असंवेदनशील होने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के एक भी नेता ने उन लोगों के लिए एक शब्द भी नहीं बोला, जिनकी मौत कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुई है।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश सिंह टिकैत ने सोमवार को कहा कि आवश्यकता पड़ी तो तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त कराने के लिये लाखों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर संसद पहुंचेगें। टिकैत ने नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम लिये बिना उन्हें बिना अधिकार का केन्द्रीय कृषि मंत्री बताया।
हरियाणा के हिसार जिले के एक किसान ने रविवार को टीकरी बॉर्डर विरोध स्थल से लगभग सात किलोमीटर दूर एक पेड़ से फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों ने 6 मार्च को 'काला दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है और कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को रोक दिया है क्योंकि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन अपने 100वें दिन में प्रवेश चुका है। अन्य प्रमुख खबरें देखें |
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्वियज सिंह ने यहां आयोजित किसान महापंचायत में केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए विवादास्पद कानूनों को वापस लेने की मांग की।
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