सिंघु बॉर्डर पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या को लेकर आलोचना झेल रहे किसान नेताओं ने शनिवार को कहा कि वे प्रदर्शन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर तथा स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाकर सुरक्षा चौकस करेंगे और इस घटना का केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सूत्रों के मुताबिक, सिंघू बॉर्डर हत्याकांड में दो आरोपियों की पहचान हुई है। वहीं कुंडली में एक व्यक्ति का शव मिलने के मामले में हरियाणा पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।
निहंगों की संख्या आज भले ही सीमित हो, लेकिन वे सिख धर्म में एक विशेष स्थान रखते हैं।
सिंघु बॉर्डर पर जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है वहां एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मारे गए 35 वर्षीय शख्स की पहचान दलित युवक लखबीर सिंह के तौर पर हुई है। वह पंजाब के तरनतारन का रहनेवाला है। उसके हाथ और पांव काटकर उसे पुलिस बैरिकेड पर लटका दिया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री के आने की सूचना पर सैकड़ों किसान विरोध प्रदर्शन करने के लिए गांव खरकड़ी में एकत्र होकर पहाड़ी के लिए निकले थे।
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा था कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख दल (तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है। वेणुगोपाल ने कहा था कि कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति दी जाए। लखनऊ में कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के लखनऊ पहुंचने से जुड़ी सारी तैयारियां की जा रही हैं।
यूपी के लखीमपुर खीरी में आज होगा मारे गए किसानों का अंतिम संस्कार,कल पोस्टमार्टम के बाद सौंपे गए शव साथ ही अब लखीमपुर खीरी में सामान्य हो रहे हैं हालात लेकिन धारा 144 अब भी लागू
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर शामिल है।
उन्होंने कहा, "जिन परिवारों को लग रहा है कि दबाया जा रहा है और उनकी बातें आगे नहीं पहुंचती हैं, ऐसे में अगर प्रियंका वहां जाकर लोगों से मिलती है और उन्हें समर्थन करती है तो जरूर लोगों को लगेगा कि कोई तो उनसे मिलने के लिए आया है।"
लखीमपुर में हुई हिंसा में प्रशासन और किसानों को बीच समझौता हो गया है। प्रशासन मृतक किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा देगा, साथ ही मामले की न्यायिक जांच होगी।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कल हुई घटना के बाद तनाव है। प्रशासन ने पूरे जिले में धारा 144 लगा रखी है, वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। प्रशासन की मनाही के बावजूद लखीमपुर खीरी जाने के निकलीं प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाते वक्त हरगांव से हिरासत में लिया गया।
किसानों की नाराजगी की वजह केन्द्र सरकार का वह फैसला है जिसमें हरियाणा और पंजाब सरकार से कहा गया है कि सितंबर में हुई भारी बारिश की वजह से धान खरीदी फिलहाल रोक दे। इस फैसले के मुताबिक भारी बारिश की वजह से धान में नमी है इसलिए धान की खरीद 11 अक्टूबर से शुरू की जाए।
पिछले 10 महीने से धरने पर बैठे पंजाब हरियाणा के किसान आज सड़कों पर उतर गए हैं। दोनों राज्यों के किसान धान खरीदी की तारीख बढ़ाए जाने से नाराज हैं। किसान संगठन आज हरियाणा और पंजाब में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा के किसानों ने करनाल में सीएम मनोहर लाल खट्टर के आवास का घेराव किया है।
हरियाणा के किसानों ने ऐलान किया है कि वे प्रदर्शन के दौरान करनाल सीएम मनोहर लाल खट्टर के आवास का घेराव करेंगे। किसानों ने हरियाणा सरकार के सभी मंत्रियों और बीजेपी सांसदों का भी घेराव करने का ऐलान किया है।
हरियाणा के किसानों ने करनाल में सीएम मनोहर लाल खट्टर के आवास का घेराव किया है। किसानों ने हरियाणा सरकार के सभी मंत्रियों और बीजेपी सांसदों का भी घेराव करने का ऐलान किया है।
किसान नेता Rakesh Tikait ने India TV से ख़ास बातचीत की। अपने बयान में उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए और साथ ही यह भी कहा कि पुलिस बैरि॑केड् हटाकर उन्हें दिल्ली जाने का रास्ता दे।
टिकैत ने कहा, हमने तो सुप्रीम कोर्ट में अर्जी नहीं डाली है, जिसने याचिका डाली है वो बताए, हम नहीं जानते कि कोर्ट में याचिका डालने वाले कौन हैं।
देश के कई हिस्सों में किसानों द्वारा आज बुलाए गए 'भारत बंद' का असर दिखाई दिया। देश के कई हिस्सों में किसानों ने यातायात को अवरुद्ध करने के लिए सड़कों पर कब्जा कर लिया, वहीं कुछ प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर भी कब्जा जमा कर बैठे हुए नजर आए। इस दौरान जालंधर में आर्मी का रास्ता रोका गया, पूरी खबर के लिए देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत के अमेरिका राष्ट्रपति जो बायडेन को ट्वीट पर टैग करते हुए जब इंडिया टीवी ने राकेश टिकैत से सवाल पूछा कि देश के आंतरिक मामलों का हल क्या वे अमेरिका से करवाएं तो राकेश टिकैत गोलमोल जबाव देने लगे और बहुराष्ट्रीय कंपनियों की बात करने लगे।
देश के कई हिस्सों में किसानों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' का असर का असर दिखाई दे रहा है। देश के कई हिस्सों में किसानों ने यातायात को अवरुद्ध करने के लिए सड़कों पर कब्जा कर लिया है, वहीं कुछ प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर भी कब्जा जमाए बैठे हुए हैं।
संपादक की पसंद