शंभू बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली आने की कोशिश की। किसानों के प्रदर्शन के चलते हाईवे से गुजरने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शंभू बॉर्डर से किसानों द्वारा दिल्ली की तरफ पैदल कूच के दूसरे प्रयास को भी रविवार को विफल कर दिया गया। इस बीच किसान आंदोलन का मामला फिर से एक बार सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर पहुंच चुका है।
लातूर के किसानों की जमीन को लेकर वक्फ बोर्ड का नोटिस मिलने पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी।
किसानों के प्रदर्शन का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। इस संबंध में एक याचिका दाखिल की गई है। इसमें किसानों द्वारा बंद किए गए रास्तों को खोले जाने की मांग की गई है।
किसान अपनी मांगों को लेकर आज फिर से दिल्ली कूच करने वाले हैं। उन्हें दिल्ली बॉर्डर पर रोकने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है। देखें तस्वीरें-
वक्फ बोर्ड द्वारा किसानों की जमीन पर दावा करने के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। बीजेपी ने सीधे तौर पर पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
किसानों का जत्था रविवार को फिर दिल्ली की ओर आगे बढ़ने पर लगा हुआ है। पुलिस की टीम किसानों को आगे बढ़ने से रोक रही है। किसान संगठन एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि 101 किसानों का एक जत्था 8 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच शुरू करेगा क्योंकि केंद्र सरकार बातचीत के मूड में ही नहीं है।
किसान संगठन एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के बॉर्डर एरिया पर बड़ी संख्या में किसान संगठन बैठे हुए हैं। ये सभी किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने की योजना बना रहे हैं।
किसानों के दिल्ली चलो मार्च में ज़बरदस्त बवाल हुआ...अंबाला में शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प हुई
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले लगने से कुछ किसानों के घायल होने के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने MSP के लिए कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली की ओर अपना पैदल मार्च शुक्रवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली जाने के लिए किसानों ने शुक्रवार को अपना मार्च शुरू किया था। प्रशासन इसे लेकर अलर्ट है। इस बीच अब सोशल मीडिया साइट एक्स पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर अन्नदाता खुश रहेगा तो देश खुशहाल रहेगा।
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है.. 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है।
कृषि राज्य मंत्री राम नाथ ठाकुर ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी देते हुए बताया कि बेनिफिशियरी के रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेश में पूरी पारदर्शिता बनाए रखते हुए, भारत सरकार ने शुरुआत से अब तक 18 किस्तों में 3.46 लाख करोड़ रुपये से अधिक का डिस्ट्रीब्यूशन किया है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। आज शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर किसानों को रोक दिया गया। आइये जानते हैं कि किसानों की प्रमुख मांगें क्या हैं...
हरियाणा के अंबाला जिले में अचानक से सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
संसद में शिवराज सिंह ने कहा कि मोदी सरकार सभी कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह मोदी सरकार है और मोदी की गारंटी को पूरा करने की गारंटी है।
Farmers Delhi March Protest: किसानों के दिल्ली की ओर मार्च के मद्देनजर हरियाणा के अंबाला के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं।
देश में छोटी जोत वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। अब वे बैंक से बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये तक लोन ले पाएंगे। अभी यह सीमा 1.6 लाख रुपये है।
दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर में आज कई सड़कों पर भारी जाम लग सकता है। वहीं, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही है।
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