किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज चौथा दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का छिटपुट असर देखा जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर की कई सड़कों पर लंबा जाम लग गया है।
चंडीगढ़ में हुई इस बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। हालांकि कुछ विषयों पर अभी वार्ता जारी है। अब रविवार को चौथे दौर की वार्ता भी चंडीगढ़ में ही होगी।
वीडियो में दिख रहा है कि लोगों की भीड़ पत्थर इकट्ठा करके ला रही है, फिर उन्हें तोड़कर पुलिस के ऊपर फेंक रही है। हरियाणा पुलिस ने हा कि यह एक साजिश है क्योंकि वे कैरी बैग में पत्थर लेकर आए थे और उन्होंने अपना चेहरा भी ढक लिया था।
किसानों के संग्राम-2.0 का आज दूसरा दिन है...ना बवाल थमा है...ना हंगामा कम हुआ...ना प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की जिद खत्म हुई है...किसानों ने ऐलान कर दिया है कि वो आज किसी भी कीमत पर दिल्ली में दाखिल होकर ही रहेंगे...चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े..
Super 100: पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन, ऐसी ही 100 बड़ी खबरें देखें
चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों की तीसरे राउंड की बैठक जारी है। यह दोनों पक्षों के बीच तीसरे चरण की वार्ता है। केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान अलग-अलग 17 किसान संगठनों के नेताओं को लगातार समझा रहे हैं।
किसानों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली में घुसने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन हरियाणा सरकार ने किसानों को हरियाणा में ही रोक रखा है। इस बीच हरियाणा सरकार ने राज्य के कई जिलों में इंटरनेट पर लगी पाबंदी को बढ़ा दिया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आंदोलन कर रहे किसानों के तरीकों पर नाखुशी जताते हुए कहा कि वे दिल्ली की तरफ ऐसे बढ़ रहे हैं जैसे आक्रमण करने जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो या खबर वायरल होती ही रहती है। इस वीडियो में से कुछ वीडियो फर्जी होते हैं, ऐसे में लोगों को यह तय कर पाना कि कौन-सा असली है और कौन फर्जी, ये थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इंडिया टीवी आपके लिए इसकी सच्चाई तक पहुचने का काम करता है।
किसान आंदोलन के बीच एक किसान नेता के बयान ने खलबली मचा दी है। इस बयान के सामने आने के बाद अब लोग किसान आंदोलन के पीछे के मंसूबे से इसे जोड़ने लगे हैं। दरअसल एक किसान नेता ने पीएम मोदी को लेकर बयान दिया है।
शंभू बॉर्डर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव पंधेर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जानी चाहिए। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का जिक्र करते हुए पंधेर ने आरोप लगाया कि सरकार 'हमें (किसानों को) मणिपुर की तरह कुचलना चाहती है।
किसान अपनी मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली को घेर चुके हैं। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का भारी जमवड़ा है। लोकसभा चुनावो से ठीक पहले किसानों के इस आंदोलन पर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके नतीजे चौंकाने वाले रहे।
ममता बनर्जी 21 फरवरी को पंजाब का दौरा करेंगी। अपने दौरे के दौरान वह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। इसके अलावा दिल्ली व पंजाब के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से मुलाकात कर सकती हैं।
किसान के दिल्ली कूच का आज तीसरा दिन है... हजारों की संख्या किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं... किसान किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है... वहीं आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ में किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत होगी... दोनों की ये तीसरे राउंड की बातचीत है... सरकार की तरफ स
दिल्ली मेट्रो में 13 फरवरी को 71.09 लाख दैनिक यात्रियों ने सफर किया जो अब तक का एक रिकार्ड है। यह उस दिन का रिकॉर्ड है जब दिल्ली तक किसानों के मार्च के चलते भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एनसीआर क्षेत्र में ट्रैफिक जाम देखा गया।
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज तीसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए रुके हुए हैं।
किसान आंदोलन के दूसरे दिन शंभू बॉर्डर आज भी जंग का मैदान बना रहा...किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच रुक-रुककर झड़प होती रही....आज भी किसानों की तरफ से पत्थर और पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए..
Muqabla: आंदोलन से किसको नफा...किसको नुकसान?
किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। किसानों और सरकार के बीच बैठक गुरुवार शाम को होगी। ये बैठक गुरुवार शाम को 5 बजे चंडीगढ़ में होगी। किसानों को केंद्र सरकार से बातचीत के बुलावे की चिट्ठी मिली है।
शंभू बॉर्डर पर दो हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। पुलिस के साथ साथ पैरामिलिट्री फोर्सेज को भी तैनात किया गया है। हालांकि सरकार ने किसान नेताओं से दो दौर की बात की है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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