नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने सिंधु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बुधवार (2 दिसंबर) को कहा कि सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करे। किसान नेताओं ने कहा कि छोटी समिति बनाने का मकसद आंदोलन को लटकाना है, सरकार किसानों को बांटना चाहती है।
प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली से गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने वाले पांच राजमार्गों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आज पांचवा दिन है।
प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली से गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने वाले पांच राजमार्गों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आज पांचवा दिन है।
दिल्ली पुलिस ने किसानों से अपील की कि वे व्यवस्था बनाए रखें और शांति से प्रदर्शन करें। पुलिस ने पुष्टि की कि प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें निरंकारी समागम मैदान में विरोध करने की अनुमति होगी।
कृषि बिल के विरोध में किसान जो आंदोलन कर रहे हैं वह हिंसक हो चुका है, किसान अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं और ट्रैक्टर से बैरीकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। इंडिया टीवी से बात करते हुए नकवी ने कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया।
दिल्ली सरकार ने किसानों के विरोध को देखते हुए नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेलों में बदलने की मांग करने वाली दिल्ली पुलिस के अनुरोध को खारिज कर दिया है।
अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले दागे गए।
सिंघू सीमा (हरियाणा-दिल्ली सीमा) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों द्वारा आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया।
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विरोध मार्च के हिस्से के रूप में दिल्ली की ओर जाने की कोशिश में किसानों को सुरक्षा बलों के साथ टकराव करते देखा गया।
टीकरी बॉर्डर पर भीड़ को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने बैटन चार्ज का सहारा लिया। हरियाणा में किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ उनके विरोध मार्च के हिस्से के रूप में बैरिकेडिंग तोड़ दी।
सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। वे अपने 'दिल्ली चलो' मार्च को फिर से शुरू करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करेंगे।
किसान अपने 'दिल्ली चलो' मार्च को फिर से शुरू करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करेंगे। हालांकि, पुलिस ने संदिग्ध हरकतों की जांच के लिए सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है।
मैं अपने किसान भाइयों से अपील करना चाहता हूं कि वे आंदोलन न करें। हम मुद्दों के बारे में बात करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार हैं। मुझे यकीन है कि हमारे संवाद का सकारात्मक परिणाम होगा: नरेंद्र सिंह तोमर
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनजर वाहनों की जाँच के कारण दिल्ली-गुरुग्राम (हरियाणा) सीमा पर यातायात बाधित हो गया |
सुरक्षाकर्मीयों ने कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए हरियाणा और पंजाब के बीच शंभू सीमा पर एकत्र किसानों की भीड़ को रोकने के लिए टियर गैस के गोले का उपयोग किया।
पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। इन किसानों को रोकने के लिए पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
फरीदाबाद पुलिस का कहना है, "हमारे पास स्पष्ट निर्देश हैं कि भारतीय किसान यूनियन के किसी भी सदस्य को आज और कल दिल्ली में प्रवेश न करने दें। सभी महत्वपूर्ण प्रवेश बिंदुओं पर पुलिस की टीमें तैनात हैं।"
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