भारत बंद के कारण पंजाब में जनजीवन प्रभावित है। बसें सड़कों पर से गायब हैं। पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं।
1. सरकार और किसानों के बीच रविवार की शाम 6 बजे होगी चौथे दौर की बैठक... दोनों पक्ष के बीच बातचीत पर बनी सहमति. 2. सूत्रों की खबर- किसानों से मीटिंग से पहले पंजाब सीएम और वित्त मंत्री हरपाल चीमा से मिले मोदी के मंत्री... चंडीगढ़ के ताज होटल में हुई बैठक.
किसानों के आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद में कई ट्रेड यूनियनों ने भी साथ देने की बात कही है।
दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। आज संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है। इसी बीच यहां भी किसानों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। 1000 किसान 500 ट्रैक्टरों के साथ विरोध प्रदर्शन कर आगजनी और सड़कें जाम कर रहे हैं।
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज चौथा दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का छिटपुट असर देखा जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर की कई सड़कों पर लंबा जाम लग गया है।
चंडीगढ़ में हुई इस बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सरकार ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है। हालांकि कुछ विषयों पर अभी वार्ता जारी है। अब रविवार को चौथे दौर की वार्ता भी चंडीगढ़ में ही होगी।
वीडियो में दिख रहा है कि लोगों की भीड़ पत्थर इकट्ठा करके ला रही है, फिर उन्हें तोड़कर पुलिस के ऊपर फेंक रही है। हरियाणा पुलिस ने हा कि यह एक साजिश है क्योंकि वे कैरी बैग में पत्थर लेकर आए थे और उन्होंने अपना चेहरा भी ढक लिया था।
किसानों के संग्राम-2.0 का आज दूसरा दिन है...ना बवाल थमा है...ना हंगामा कम हुआ...ना प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की जिद खत्म हुई है...किसानों ने ऐलान कर दिया है कि वो आज किसी भी कीमत पर दिल्ली में दाखिल होकर ही रहेंगे...चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े..
Super 100: पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन, ऐसी ही 100 बड़ी खबरें देखें
सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो या खबर वायरल होती ही रहती है। इस वीडियो में से कुछ वीडियो फर्जी होते हैं, ऐसे में लोगों को यह तय कर पाना कि कौन-सा असली है और कौन फर्जी, ये थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इंडिया टीवी आपके लिए इसकी सच्चाई तक पहुचने का काम करता है।
शंभू बॉर्डर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव पंधेर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जानी चाहिए। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का जिक्र करते हुए पंधेर ने आरोप लगाया कि सरकार 'हमें (किसानों को) मणिपुर की तरह कुचलना चाहती है।
किसान के दिल्ली कूच का आज तीसरा दिन है... हजारों की संख्या किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं... किसान किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है... वहीं आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ में किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत होगी... दोनों की ये तीसरे राउंड की बातचीत है... सरकार की तरफ स
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज तीसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए रुके हुए हैं।
किसानों के आंदोलन की वजह से पूरी दिल्ली किला बनी हुई हैं... राजधानी के हर एंट्री प्वाइंट पर 8 से 12 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है... दिल्ली से करीब 16 किलोमीटर दूर हरियाणा के बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर भी पूरी तरह सील है,.. क्योंकि यहां से भी किसान दिल्ली में घुस सकते हैं... दिल्ली से करीब 26 किलोमीट
Farmer Protest LIVE Updates: किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च का आज दूसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर ट्रैक्ट्रर ट्रॉली के साथ डटे हैं
Farmer Protest: हरियाणा पुलिस के मुताबिक पंजाब पुलिस उन्हे बिल्कुल भी सहयोग नही कर रही है। हरियाणा पुलिस का बुधवार का एक्शन और भी सख्त होगा। हरियाणा पुलिस के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर जो इंतजाम किए गए है,उन्हे तोड़ना,संभव नहीं है।
2024 के लोकसभा चुनाव से बस 70-80 दिन पहले नरेंद्र मोदी को हराने के लिए आखिरी प्लान तैयार हुआ है। और ये प्लान एकदम अलग तरीके से बनाया गया है।
देश के 200 किसान संगठनों ने आज 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की थी। इसके लिए हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के लिए निकले लेकिन, उन्हें रोक दिया गया। वहीं किसान नेताओं ने इसे लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है।
किसान संगठनों ने कहा कि अब सुबह एक बार फिर वो दिल्ली के लिए आगे बढ़ेंगे। किसान संगठनों ने कहा कि ये कोई नई मांगें नहीं हैं, ये सरकारों द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं हैं। हमने सरकार को इनके बारे में याद दिलाने की कोशिश की।
राहुल गांधी ने कहा है कि देश में किसानों को जो मिलना चाहिए, वो उन्हें नहीं मिल रहा है। इसलिए किसान दिल्ली की तरफ जा रहे हैं, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है, उनके ऊपर आंसू गैस के गोले दागे जे रहे हैं।
संपादक की पसंद