दीप सिद्धू ने किसान नेताओं को कहा, “एक आदमी को गद्दार कह कर, उन सब को गद्दार बोल रहे जो वहां गए थे, इसमें आपकी बदनीयत नजर आ रही है, आपको किसी भी चीज के लिए दर्द नहीं है या तो आप समझना नहीं चाहते या समझते हुए भी नहीं समझ रहे कि आदमी पर आरोप लगाओ, जो अब तक फैसले लिए हैं आप लोगों ने, आप में सबसे बड़ी चीज अहंकार है”
दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले को 31 जनवरी तक बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि लाल किला 27 जनवरी से 31 जनवरी तक पर्यटकों के लिए बंद किया जा रहा है।
गाजीपुर बार्डर पर पिछली शाम से बिजली की सप्लाई बंद रही, जिसको लेकर किसान नेताओं में आशंका रही कि कहीं पुलिस रात में इनके खिलाफ कार्रवाही न करे। इस डर से किसान यहां रातभर पहरा देते रहे।
ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद हरियाणा में विरोध कर रहे किसान बुधवार को अपना समर्थन खोते दिखे।
वीडियो में जो तस्वीरें सामने आई हैं वे ये साबित करने वाली हैं कि लाल किले में जो कुछ हुआ वो महज़ उन्माद की नतीजा नहीं था। वो कोई भटकी हुई भीड़ नहीं थी। वो रास्ते छोड़कर आई भीड़ नहीं थी। बल्कि वो एक बड़ी प्लानिंग के बाद साज़िश की गई थी। ये तस्वीरें उस वक्त की हैं जब किसानों का चोला पहने भीड़ लाल किले के अंदर घुस रही थी।
दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने बड़े किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा दर्शन पाल, योगेंद्र यादव, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल और बूटा सिंह बुर्जगिल के खिलाफ भी FIR हुई है।
26 जनवरी को दिल्ली में जो हुआ वो गणतंत्र के 72 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ। देश की शान के प्रतीक लाल किले पर दंगाइयों ने जो हिंसा और तोड़फोड़ की। वो लोकतंत्र का अपमान और संविधान पर हमला है।
दिल्ली दंगों के एक दिन बाद अब पुलिस एक्शन में आ गई है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर दंगा करने वाले 200 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मी मंगलवार को हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि मिंटो रोड से कनॉट प्लेस की तरफ जाने वाले मार्ग तथा आईटीओ से इंडिया गेट की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है।
किसानों के रूप में दंगाईयों ने आईटीओ से लेकर लालकिले तक जमकर हिंसा फैलाई।
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो 21 जनवरी का है।
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के पीछे पंजाब के एक्टर और सिंगर दीप सिद्धू का नाम अभिनेता सनी देओल से जोड़े जाने पर उनका बयान सामने आया है।
दिल्ली में दंगों को लेकर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट कर दुख जताया है।
गणतंत्र दिवस परेड में शामिल बच्चों सहित करीब 200 कलाकार मंगलवार को लाल किले के पास उस समय फंस गए जब ट्रैक्टर परेड में शामिल किसान हिंसक हो गए और अवरोधकों को तोड़ कर प्रदर्शनकारी मुगल स्मारक में घुस गए।
गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लालकिले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराये जाने की घटना के दौरान मौजूद रहे अभिनेता दीप सिद्धू ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियों के कृत्य का यह कह कर बचाव किया कि उन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया और केवल एक प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर ‘निशान साहिब’ को लगाया था।
राकेश टिकैत ने इस पूरे उपद्रव का ठीकरा राजनीतिक दलों पर फोड़ा है।
प्रदर्शनकारी तय रूट छोड़कर सेंट्रेल दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लालकिले पर भी पहुंच गए हैं। इन्होंने यहां पर लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर अपना झंडा फहरा दिया है।
दिल्ली की सड़कों पर फिलहाल उपद्रव का माहौल है। गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली की सीमाओं से लेकर सेंट्रल दिल्ली अराजकता का माहौल दिख रहा है।
दिल्ली: प्रदर्शनकारी किसानों ने आईटीओ इलाके में पुलिसकर्मियों पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी में भी तोड़-फोड़ की।
तमाम सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए किसान राजपथ से चंद किलोमीटर दूर आईटीओ तक भी पहुंच गए।
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