देश के कई हिस्सों में किसानों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' का असर का असर दिखाई दे रहा है। देश के कई हिस्सों में किसानों ने यातायात को अवरुद्ध करने के लिए सड़कों पर कब्जा कर लिया है, वहीं कुछ प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर भी कब्जा जमाए बैठे हुए हैं।
कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने आज 'भारत बंद' की अपील की है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए गए इस भारत बंद का सबसे असर पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा भाजपा के विरोधी दलों द्वारा शासित कई अन्य राज्यों में दिखाई दे सकता है।
मीडिया की उपेक्षा, महामारी फैलने की आशंका और एक अड़ियल सरकार से समय-समय पर खतरों के बावजूद, नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जारी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और 2 करोड़ हस्ताक्षरों वाला एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कृषि कानूनों के मुद्दे पर उनके हस्तक्षेप की मांग की गई।
सरकार में मंत्री अलग-अलग शहरों में जाकर किसानों से कृषि कानून पर बात करेंगे | गृहमंत्री अमित शाह जहां दिल्ली में किसानों से संवाद करेंगे वहीं स्मृति ईरानी अमेठी, रविशंकर प्रसाद पटना में तो नितिन गडकरी असं के सिलचर में किसान के बीच रहेंगे और उन्हें क
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