किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। किसानों और सरकार के बीच बैठक गुरुवार शाम को होगी। ये बैठक गुरुवार शाम को 5 बजे चंडीगढ़ में होगी। किसानों को केंद्र सरकार से बातचीत के बुलावे की चिट्ठी मिली है।
शंभू बॉर्डर पर दो हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। पुलिस के साथ साथ पैरामिलिट्री फोर्सेज को भी तैनात किया गया है। हालांकि सरकार ने किसान नेताओं से दो दौर की बात की है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर गए हैं। वे दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे, उन्हें रोकने की तैयारी की गई है लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े हैं। किसानों ने कब-कब अपनी आवाज उठाई है, जानते हैं प्रमुख किसान आंदोलनों के बारे में-
किसान दिल्ली में एंट्री के लिए आमादा हैं। वहीं, पुलिस उन्हें रोकने के प्रयास में जुटी है। इस दौरान किसान और पुलिस के बीच मंगलवार को हिंसक झड़प भी हुई। पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें की।
किसानों के आंदोलन की वजह से पूरी दिल्ली किला बनी हुई हैं... राजधानी के हर एंट्री प्वाइंट पर 8 से 12 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है... दिल्ली से करीब 16 किलोमीटर दूर हरियाणा के बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर भी पूरी तरह सील है,.. क्योंकि यहां से भी किसान दिल्ली में घुस सकते हैं... दिल्ली से करीब 26 किलोमीट
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किसानों के दिल्ली कूच के बीच भारी ट्रैफिक के चलते राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग हिस्से में लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने 'दिल्ली चलो' मार्च पर निकले किसानों को समर्थन दिया। उन्होंने केंद्र सरकार से किसानों की मांग को मानने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को किसानों के लिए किए उनके वादे को याद दिलाया।
Farmer Protest LIVE Updates: किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च का आज दूसरा दिन है। प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर ट्रैक्ट्रर ट्रॉली के साथ डटे हैं
Farmer Protest: हरियाणा पुलिस के मुताबिक पंजाब पुलिस उन्हे बिल्कुल भी सहयोग नही कर रही है। हरियाणा पुलिस का बुधवार का एक्शन और भी सख्त होगा। हरियाणा पुलिस के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर जो इंतजाम किए गए है,उन्हे तोड़ना,संभव नहीं है।
देश में एक बार फिर किसान आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं...दिल्ली में दाखिल होने का दंगल छिड़ा है...देश की राजधानी चारो तरफ से सील हो चुकी है...किसान आंदोलन 2.0 का धुआं गुबार बनता दिख रहा है....ये बातें मैं नहीं बल्कि तस्वीरें बयां कर रही हैं.
देश में एक बार फिर किसान आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं...दिल्ली में दाखिल होने का दंगल छिड़ा है...देश की राजधानी चारो तरफ से सील हो चुकी है...किसान आंदोलन 2.0 का धुआं गुबार बनता दिख रहा है....ये बातें मैं नहीं बल्कि तस्वीरें बयां कर रही हैं.
2024 के लोकसभा चुनाव से बस 70-80 दिन पहले नरेंद्र मोदी को हराने के लिए आखिरी प्लान तैयार हुआ है। और ये प्लान एकदम अलग तरीके से बनाया गया है।
देश के 200 किसान संगठनों ने आज 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की थी। इसके लिए हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के लिए निकले लेकिन, उन्हें रोक दिया गया। वहीं किसान नेताओं ने इसे लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है।
किसान संगठनों ने कहा कि अब सुबह एक बार फिर वो दिल्ली के लिए आगे बढ़ेंगे। किसान संगठनों ने कहा कि ये कोई नई मांगें नहीं हैं, ये सरकारों द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं हैं। हमने सरकार को इनके बारे में याद दिलाने की कोशिश की।
देश के 200 किसान संगठनों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इसे लेकर सभी सीमाओं पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने कई रूट को डायवर्ट भी किया है।
किसान आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने सेफ्टी बैरियर उखाड़ दिए हैं और उन्हें फ्लाईओवर से नीचे फेंक दिया है। पुलिस पानी की बौछार समेत तमाम तरीकों से किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है।
हरियाणा और पंजाब से भारी मात्रा में किसानों का दल दिल्ली के लिए निकल चुका है। ऐसे में जहां किसानों को सीमाओं पर ही रोकने की कोशिश की जा रही है तो वहीं दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में लाल किले को भी अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने कहा है कि देश में किसानों को जो मिलना चाहिए, वो उन्हें नहीं मिल रहा है। इसलिए किसान दिल्ली की तरफ जा रहे हैं, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है, उनके ऊपर आंसू गैस के गोले दागे जे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा केंद्र सरकार के उस दल का हिस्सा थे जो कि किसनों से बात करने चंडीगढ़ गए थे। सोमवार की रात चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के बीच हुई बैठक बेनतीजा हो गई थी।
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