हरियाणा सरकार ने राज्य के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक सस्पेंड कर दिया है।
नए कृषि कानूनों और किसान प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी और गृहमंत्री को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया।
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। रात भर गहमागहमी का दौर जारी रहा। उधर शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में नरेश टिकैत ने पंचायत का आयोजन किया है।
हरियाणा भाजपा के नेता और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने गुरुवार को केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर कई किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होने और गाजीपुर बॉर्डर पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा कि अब एक पक्ष चुनने का समय है और वह किसानों एवं उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ खड़े हैं।
गुरुवार को हरियाणा और यूपी के साथ दिल्ली की सीमाओं पर तनाव बढ़ गया, जहां किसान कृषि कानून के खिलाफ दो महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सिंघु और गाजीपुर सीमाओं पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई | पुलिस ने किसानों को विरोध स्थल को स्वेच्छा से खाली करने या कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने के लिए चेतावनी दी।
सीआरपीसी की धारा 133 (उपद्रव हटाने के सशर्त आदेश) के तहत उन्हें (किसानों को) एक नोटिस दिया गया है। दूसरी तरफ सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। यह उम्मीद की जा रही है कि आज रात विरोध स्थल को खाली करा दिया जाएगा।
एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है और गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के साथ छेड़खानी से निपटने के प्रावधानों के तहत जांच की जा रही है। भारत के साथ-साथ देश से बाहर के संगठनों और व्यक्तियों की भूमिका और आचरण की जांच की जा रही है: दिल्ली पुलिस
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के उपद्रव के मामले में किसान नेता राकेश टिकैत ने सरेंडर करने से इंकार कर दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे।
नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर 16 राजनीतिक दलों ने 29 जनवरी को संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए।
26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली की आड़ में जो दंगे हुए उससे देश गुस्से में है। अब किसानों की शक्ल में आए इन गुंडों के खिलाफ पब्लिक सड़कों पर उतर आई है। वहीं दिल्ली पुलिस भी इनके खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी में जुटी है।
बता दें कि हाथों में लाठी, तिरंगा और यूनियन के झंडे लिये हजारों किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टरों पर सवार होकर विभिन्न स्थानों पर अवरोधकों को तोड़ते हुए राजधानी में प्रवेश कर गये जिनकी विभिन्न जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुयी।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दिल्ली में हिंसक होने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा स्थिति और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर आई है। दिल्ली-नोएडा से सटे चिल्ल बार्डर को किसानों ने खाली कर दिया है। वहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन खत्म हो चुका है। इससे पहले वहां आंदोलनकारी किसान बैठे हुए थे।
दिल्ली के कई इलाकों में हजारों प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न सीमा बिंदुओं पर बैरिकेड्स तोड़कर ऐतिहासिक लाल किले पर धावा बोल दिया। किसानों ने पूर्व-निर्धारित मार्गों से भटक कर, सुरक्षा कर्मियों को लाठीचार्ज का सहारा लेने और आंसू गैस का उपयोग करने के लिए उकसाया।
विदेश में शादी के बाद 27 वर्षीय नवरीत सिंह अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को दावत देने के लिए हाल में ऑस्ट्रेलिया से उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित अपने घर आए थे।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की है। सू्त्रों के अनुसार साइबर सेल ने 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कल की घटना में अहम भूमिका निभाई।
बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के पीछे कुछ असामाजिक तत्व थे।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के उग्र प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। दिल्ली पुलिस ने बड़े किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में डॉ.दर्शनपाल और योगेंद्र यादव के नाम शामिल हैं।
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