पीएम मोदी किसानों के मुद्दे पर पीछे हट गए हैं...क्या किसान भी पीछे हटेंगे और आंदोलन खत्म करेंगे ये बड़ा सवाल है..क्योंकि मोदी सरकार ने करीब-करीब किसानों की सारी बातें मान ली हैं...आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने खुद MSP पर कमेटी बनाने की बात कही, कमेटी में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करने की भी बात कही
एक रैली के दौरान पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह किसान यूनियनों पर जमकर बरसे, कहा-जो करना दिल्ली में करो राज्य में नहीं
किसानों के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केरल के वायनाड में ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान राहुल गांधी ने खुद ट्रैक्टर चलाया
अमेरिकी सरकार ने भारत के नए कृषि कानूनों का स्वागत किया है...अमेरिका ने कहा है कि वो ऐसे कदम का स्वागत करता है जिससे दुनिया में भारतीय बाजार का प्रभाव बढ़े...भारत में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका, भारत के अंदर बातचीत के माध्यम से पार्टियों के बीच किसी भी मतभेद को हल करने के पक्ष में है...
दिल्ली-जयपुर हाईवे प्रदर्शनकारी किसानों से खाली कराने की मांग..अलवर जिले के शाहजहांपुर में स्थानीय लोगों ने किया प्रदर्शन..।
नए कृषि कानूनों पर चल रहे विरोध का हल निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति की आज पहली बैठक होगी। बैठक में तय होगा कि किसानों से कैसे बातचीत की जाए। आगे की रणनीति तैयार करने के लिए भी कमेटी कोई बड़ा फैसला ले सकती है। यह बैठक दिल्ली के पूसा इंस्टीट्यूट में होगी।
नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने खराब मौसम पूर्वानुमान के कारण 6 जनवरी से 7 जनवरी तक अपने प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च को स्थगित कर दिया, यहां तक कि उन्होंने कहा कि वे आने वाले दिनों में अपनी हलचल तेज करेंगे।
आंदोलन से आम लोगों को भी परेशानी होती है। दिल्ली के लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इसलिए, उन्हें (किसानों को) आम लोगों के हित में अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए और वार्ता की मदद से मुद्दों को हल करने का प्रयास करना चाहिए: कृषि मंत्री
गुरुवार को केंद्र ने किसानों को नए कृषि कानूनों के बारे में आश्वस्त करने के बाद उन्हें समझाया कि एपीएमसी, एमएसपी प्रभावित नहीं होंगे और प्रदर्शनकारी किसानों से अपील करेंगे कि सरकार खुले दिमाग से बातचीत के लिए तैयार है।
सरकार ने नए लागू किए गए तीन कृषि कानूनों पर विरोध कर रहे किसानों के लिए एक नया प्रस्ताव भेजा है जो विरोध प्रदर्शनों के केंद्र में हैं।
दिल्ली में तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को भेजे जाने वाले प्रस्तावों का मसौदा तैयार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक चल रही है।
गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पहली बार किसानों के आंदोलन पर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने किसानों को बातचीत का प्रस्ताव देते हुए कहा कि सरकार उनकी हर समस्या पर बातचीत करने के लिए तैयार है। अमित शाह ने साथ ही किसानों से अपील की कि वे सड़कों से अपने ट्रैक्टर्स और ट्रालियों को हटा लें ताकि राहगीरों को परेशानी न हो। उन्होंने यह भी कहा कि किसान दिल्ली पुलिस द्वारा तय की गई जगह पर जाकर लोकतांत्रिक तरीके से धरना दे सकते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि यदि किसान बुराड़ी के मैदान में शिफ्ट हो जाते हैं तो उनके साथ 3 दिसंबर को तय की गई तारीख से पहले भी बातचीत की जा सकती है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़