दिल्ली पुलिस ने मोती नगर में फर्जी दवाओं के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। ये रैकेट 100 रुपये की दवा को खाली शीशियों में भरकर कैंसर की दवा बताकर लाखों में बेचा करते थे।
दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने नकली दवाओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस फेक दवाइयों के गैंग में नकली लाइफ सेविंग ड्रग्स बनाई जा रही थी और मार्केट में सप्लाई भी की जा रही थीं। पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
Delhi Fake Medicines Scam: दिल्ली सरकार के अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिक्स में नकली दवाओं की सप्लाई के मामले में अब CBI जांच करेगी....ये आदेश दिल्ली के LG ने दिए हैं..आरोप है कि जीवन रक्षक दवाएं भी शामिल हैं जो नकल पाए गए हैं...इन दवाओं को केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग के तहत केंद्रीय खरीद एजेंस
औषधि नियंत्रण प्रशासन ने खम्मम जिले में बिना लाइसेंस वाली एक दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है और यहां से करीब 935 किलोग्राम दवाएं बरामद की हैं।
दवाओं पर इसके निर्माता का नाम 'मेग लाइफ साइंसेज, सिरमौर, हिमाचल प्रदेश' लिखा था। जब अधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश के औषध नियंत्रक से संपर्क किया तो पता चला कि वहां ऐसी कोई कंपनी मौजूद ही नहीं है।
गुजरात में फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट को एक नकली दवाइयों की एक बड़ी खेप हाथ लगी है। साथ ही इससे जुड़े एक बड़े रैकेट के बारे में अहम सुराग मिला है। विभाग रैकेट के बारे में तेजी से छानबीन में जुटी हुई है।
ड्रग सर्वे में देश में बिक रहीं 1,500 से अधिक दवाओं के सैंपल की गुणवत्ता निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। इनमें से 13 दवाएं तो नकली पाई गई हैं।
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