सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पेपर कटिंग की फोटो वायरल हो रही है। इस फोटो के जरिए इस बात का दावा किया जा रहा है कि ईवीएम में घोटाला हुआ है। आइए जानते हैं इस वायरल पेपर कटिंग का पूरा सच...
Fact Check: वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर पाया गया कि यह 2023 से ही इंटरनेट पर मौजूद है, और इसका हालिया लोकसभा चुनाव या समाजवादी पार्टी की जीत से कोई संबंध नहीं है।
पड़ताल के दौरान बरेली पुलिस के मीडिया सेल ने BOOM से बातचीत में बताया कि यह वीडियो 2023 के ईद मिलाद-उन-नबी के समय का है। वीडियो में पाकिस्तानी नहीं बल्कि इस्लामिक झंडा दिख रहा है।
BOOM ने जब वायरल तस्वीर की पड़ताल की तो पाया कि दावा झूठा है। वायरल तस्वीर को एडिट किया गया है क्योंकि मूल तस्वीर में यह संख्या 101 है।
जब वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो इसे लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। यह वीडियो 2017 का है और तब डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे। यह वीडियो श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की भारत यात्रा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के दौरान का है।
लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर फ्री रिचार्ज के दावे के साथ कुछ पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं। पोस्ट में दावा किया गया है कि भाजपा और कांग्रेस 84 दिन का फ्री रिचार्ज दे रही हैं। आइये जानते है क्या है इस वायरल पोस्ट का पूरा सच।
पीएम मोदी के कन्याकुमारी दौरे के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट्स में उनके खिलाफ प्रदर्शन का दावा किया जा रहा है। हालांकि इन पोस्ट्स में दिख रहे फोटो और वीडियोज काफी पुरानी हैं।
BOOM ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान हरियाणा के फरीदाबाद में हुई एक घटना का है, जब एक पोलिंग एजेंट पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगा था।
BOOM ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो स्क्रिप्टेड है। वीडियो में मरीज की एक्टिंग कर रहे डॉ. राजेंद्र थापा ने BOOM को बताया कि यह मनोरंजन के लिए बनाया गया वीडियो था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे सपा नेता अखिलेश यादव की रैली का बताया जा रहा है जबकि हकीकत में वीडियो ब्राजील का है।
पड़ताल में पाया गया कि मूल वीडियो में राहुल गांधी BJP पर लोकतंत्र और संविधान खत्म करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को वोट देने की अपील कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक न्यूज पेपर की कटिंग शेयर कर दावा किया जा रहा कि आज से स्टेशनों पर होंगे सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट ही स्वीकार किए जाएंगे। पड़ताल में यह पूरी तरह गलत पाया गया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अमित शाह ने कहा है कि गारंटी का कोई मतलब नहीं है, ये चुनाव तक बोलते हैं फिर भूल जाते है। आइये जानते हैं क्या है इस वायरल वीडियो के दावे का सच...
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि कन्हैया कुमार अस्पताल में भर्ती हैं। ये भी दावा किया जा रहा है कि हाल ही में उनपर हमला किया गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कांग्रेस के खात्मे की बात करते नजर आ रहे हैं। फैक्ट चेक में इस वीडियो के साथ की गई पोस्ट भ्रामक पाई गई है।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को भारतीय जनता पार्टी का प्रवक्ता बनाए जाने का एक लेटर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था, जिसे जांच के बाद पूरी तरह फर्जी पाया गया है।
वायरल वीडियो की जब पड़ताल की गई तो पता चला कि इसके साथ छेड़छाड़ की गई है और मूल वीडियो में पीएम मोदी कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के दक्षिण भारतीयों की तुलना अफ्रीकियों से करने वाले बयान का हवाला देते हुए यह बोल रहे थे।
सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का आरक्षण को लेकर दिया गया एक कथित बयान वायरल हो रहा है। फैक्ट चेक में भागवत के बयान की वायरल की जा रही क्लिप से जुड़े दावों को भ्रामक पाया गया है।
फैक्ट चेक में पाया गया है कि ये मूल तस्वीर 2018 की है और ओवैसी डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर पकड़े हुए थे।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि शिवसेना (UBT) के प्रत्याशी अनिल देसाई की रैली में पाकिस्तान का झंडा फहराया गया।
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