नजर कमजोर होना आजकल एक सामान्य सी बात है। सही खानपान की मदद से कमजोर नजर को ठीक किया जा सकता है। इसके साथ ही इन घरेलू उपायों और योगासनों को जरूर अपनाएं।
हाल ही में एक इंस्टाग्राम पोस्ट में रुजुता दिवेकर ने कुछ ऐसी फूड्स के बारे में बताया जो हमारी आंखों के लिए काफी फादेमंद है।
नेत्ररोग विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने से लोग एलर्जी, आंखों में जलन और खुजली सहित कई तरह की समस्याएं लेकर उनके पास पहुंच रहे हैं।
आंखों में सूखेपन की बीमारी का आसानी से पता लगाने और उसका इलाज करने के लिए शोधकर्ताओं ने नई 'नॉन इनवेसिव इमेजिंग टेकनीक’ विकसित की है।
आपकी खूबसूरती बढ़ाने वाला आईलाइनर कही आंखों की रोशनी तो नहीं छीन रहा है। इसे इस्तेमाल करने से पहले पढ़ें ये खबर।
आमतौर पर हमारी आंखे जब फड़कती है त हम इसे अशगुन माना जाता है। जबकि मेडिकल के अनुसार अच्छे या बुरे संकेत नहीं बल्कि तंत्रिका संबधी विकारो के कारण आंख फड़कती है। यह एक ऐसी समस्या है जिसके बारें में बहुत ही कम लोगों को पता होता है। जानें इसके कारण और कैसे पाएं आंख फड़कने से निजात।
टीओ रेटिना सोसाइटी ऑफ इंडिया (वीआरएसआई) ने रैजुमैब इंजेक्शन लगाने से देखने की शक्ति प्रभावित होने सहित अन्य दुष्प्रभावों के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की है और रोगियों की सुरक्षा पर ध्यान देने का आह्वान किया है। वीआरएसआई द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि रैजुमैब इंजेक्शन
आंखे शरीर के सबसे सेंसटीव पार्ट में से एक है। लेकिन ज्यादातर लड़कियां अपनी आंखों को सुंदर दिखाने के चक्कर में अपनी आंखों को कई तरह की नुकसान पहुंचाती है।
कई शायरों नें शरीर का सबसे खूबसूरत अंग आंखों को बताया है। सिर्फ इतना ही नहीं आंखों पर कई तरह की शायरी भी बन चुकी है। और यह बात झुठ भी नहीं है कि खूबसूरत आंखें लोगों को अपनी तरफ आकर्षित भी करती हैं लेकिन यही खूबसूरत आंख के आसपास काले घेरे हो जाएं तो चेहरे की पूरी खूबसूरती बेकार कर देती है।
दूध की मदद से डार्क सर्कल की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है।
सर्दियों में आंखों का खास ख्याल रखना जरुरी होता है। कुछ तरीकों की मदद से आंखों की देखबाल की जा सकती है।
संक्रमण के कारण आंखों की रोशनी जाने के खतरे से अब बचा जा सकता है, क्योंकि वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसी दवा विकसित की है जो आंखों की रोशनी बनाए रखने में मदद कर सकती है।
जब सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, उस समय हिबा घर के अंदर खेल रही थी। यह झड़प रविवार को एक मुठभेड़ में छह आतंकवादियों के मारे जाने के विरोध में हुई थी।
हर साल की तरह इस साल भी दिवाली के बाद एयर पोल्यूशन बढ जाती है। ठंड आते ही हवाओं में स्मोग बढ़ जाती है ये हमारे शरीर से लेकर बाल, स्किन, आंख आदि सभी लिए काफी खतरनाक होती है।
डायबिटीज यानी मधुमेह के कारण डायबेटिक मैक्युलर एडीमा (DME) हो सकता है, जो रेटिना का तेजी से फैलने वाला रोग है।
जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो इसका असर चेहरे पर साफ दिखाई देने लगते हैं। चेहरे पर कोलेस्ट्रॉल जमा होने पर आंखों के ऊपर और नीचे निशान पड़ जाते हैं।
आखें आपकी पर्सनैलिटी का अहम हिस्सा होती हैं और इसे सवारना किसी आर्ट से कम नहीं है। सुंदर आंखें किसी को भी आकर्षित करती हैं, लेकिन आंखों की सुंदरता कैसे बढ़ाई जाए, यह बड़ा सवाल है।
जुर्ग लोगों में शारीरिक क्षमता कम होने के साथ उम्र से जुड़े कई रोग भी घेर लेते हैं। इसमें सबसे गंभीर आंखों की बीमारियां है क्योंकि रेटिना की बीमारियों, जैसे उम्र से जुड़ी मैक्यूलर डिजनरेशन (एएमडी) का समय पर इलाज न कराने से बुजुर्गों को अंधापन भी हो सकता है।
आंखों में दर्द होना एक आम समस्या है लेकिन अगर यह दर्द काफी समय तक आपके आंखों में रहता है तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि आंखों में दर्द होता है तो हमलोग घर में पड़ा कोई सा भी आई ड्रॉप आंख में डाल लेते हैं लेकिन आपको जानक
मानसून हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्से 'आंखों' में कुछ हानिकारक समस्याएं भी पैदा करता है। जानिए कैसे रखें अपनी आंखो का ख्याल।
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