आयातकों की डॉलर मांग निकलने से बुधवार को कारोबार के शुरुआती दौर में डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे कमजोर पड़कर 64.35 रुपए प्रति डॉलर रह गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि करने तथा आगे के लिए ग्रोथ की संभावना कायम रखने के बाद डॉलर के मुकाबले रुपए को करारा झटका लगा।
FIEO ने कपड़ा और चमड़ा क्षेत्र के लिए एकसमान वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर के लिए राज्य सरकारों से समर्थन मांगा है।
पिछले दो माह से डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती के चलते देश के निर्यात पर बुरा असर पड़ा है। ऐसे में FIEO ने सरकार से इस मामले में तुरंत मदद की मांग की है।
इंडिया रेटिंग्स का कहना है कि डॉलर की तुलना में रुपए में मजबूती से 2017 में फौरी तौर पर कपड़ा और परिधान निर्यातकों की आय और मार्जिन प्रभावित होगा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में और वृद्धि की हल्की हो रही संभावनाओं के बीच रुपए में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही।
निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो ने कहा है कि भारत और ईरान के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कृषिं जिंसों पर शुल्कों को तर्कसंगत करने की जरूरत है।
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