Sugar Export: केंद्र सरकार चालू चीनी सत्र में उत्पादन अनुमान से अधिक रहने की संभावना के मद्देनजर अतिरिक्त 12 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दे सकती है। यह अतिरिक्त निर्यात कोटा चालू 2021-22 सत्र के लिए पहले दी गई एक करोड़ टन चीनी निर्यात की अनुमति से ऊपर होगा।
Russia-Ukraine War: रूस ने हालिया हफ्तों में यूक्रेन के ओडेसा और दक्षिण यूक्रेन के कई हिस्सों को निशाना बनाया है जहां उसके सैनिकों ने युद्ध के शुरुआती दिनों में कंट्रोल बनाया था।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही में यात्री वाहनों का निर्यात बढ़कर 1,60,263 इकाई पर पहुंच गया।
Nepal News: नेपाल के नवलपरासी जिले में पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को इतिहास में पहली बार सुनौली सीमा से सीमेंट की पहली खेप भारत भेजी है।
UAE Banned Indian Wheat Export: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं के संकट के बीच भारत ने 13 मई को अपना गेहूं निर्यात करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में कुछ शर्तों के साथ इन निर्णय को शिथिल किया था। यूएई ने संकट के बीच भारत से गेहूं मांगा था, तो भारत ने उसे यह खेप भेजी थी।
चालू वित्त वर्ष (2022-23) के अप्रैल-मई माह के दौरान संचयी निर्यात लगभग 25 प्रतिशत बढ़कर 78.72 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।
Cow Dung: भारत को पहली बार विदेश से मिला गाय के गोबर का ऑर्डर। इसके बाद कुवैत को 192 मीट्रिक टन देशी गाय का गोबर 15 जून को जयपुर से भेजा जाएगा।
वित्त वर्ष 2020-21 में भारत ने 32.21 करोड़ डॉलर यानी लगभग 2507 करोड़ रुपए की 47 लाख टन शराब और बीयर समेत अन्य पेय पदार्थों का निर्यात किया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक है।
वस्तुओं का निर्यात 2021-22 में 21 मार्च तक 37 प्रतिशत बढ़कर 400.8 अरब डॉलर पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2020-21 में यह 292 अरब डॉलर रहा था। निर्यात के मामले में भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2018-19 में 330.07 अरब डॉलर का रहा था।
आयात और निर्यात के बीच अंतर को बताने वाला व्यापार घाटा फरवरी 2021 में 13.12 अरब डॉलर रहा था।
मंत्रालय के अनुसार, कुल मिलाकर निर्यात चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 10 माह (अप्रैल-फरवरी) के दौरान 46.73 प्रतिशत बढ़कर 335.88 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन पर आयात शुल्क को हटाने से फिलहाल इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे चीनी प्रोडक्ट पर लगाए गए आयात शुल्क को हटाने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चीन से आयात शुल्क हटाने के बारे में क्या किया जा सकता है, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई अभी उस पर काम कर रही हैं, लेकिन जवाब अनिश्चित है।
हालांकि बता दें कि बीते साल कोरोना संकट के चलते उत्पादन और निर्यात दोनों ही काफी प्रभावित हुए थे। जिसके कारण यह वृद्धि चौंकाने वाली दिख रही है।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत का वस्तुओं का निर्यात अप्रैल-नवंबर, 2021 में 262.46 अरब डॉलर रहा।
भारतीय आम फिलहाल अमेरिका को निर्यात योग्य नहीं है। लेकिन अब इसके निर्यात की संभावना बनी है
चालू वित्त वर्ष में निर्यात वृद्धि की रफ्तार अच्छी चल रही है। ऐसे में 400 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल होने की उम्मीद है। अक्टूबर में निर्यात 43 प्रतिशत के उछाल के साथ 35.65 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए मंत्री ने कहा, हमने समझाने की कोशिश की लेकिन हम सफल नहीं रहे।
केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक साल 2025 तक भारत से चमड़े का निर्यात 10 अरब डॉलर का स्तर पार कर सकता है
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