निर्यात में अच्छी वृद्धि के कारण जून में देश का निर्यात 48.34 प्रतिशत बढ़कर 32.5 अरब डॉलर हो गया।
जून में आयात भी 98.31 प्रतिशत बढ़कर 41.87 अरब डॉलर हो गया। इसके साथ व्यापार घाटा 9.37 अरब डॉलर रहा। अप्रैल-जून 2021 के दौरान, निर्यात 85.88 प्रतिशत बढ़ा।
निर्यात में सुस्ती का सामना कर रहे भारतीय चाय उद्योग का निर्यात 2021 में तीन से चार करोड़ किलो घट सकता है। इसका मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में कम लागत वाली चाय के किस्मों की उपलब्धता और मजबूत आयातक रहे देशों में व्यापार पर जारी प्रतिबंध है।
विभिन्न राज्यों द्वारा लॉकडाउन अंकुशों में ढील से परिधान निर्यात को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी और यह जल्द कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंच जाएगा।
वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इंजीनियरिंग, रत्न एवं आभूषण तथा पेट्रोलियम उत्पाद जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश का निर्यात जून में 47.34 बढ़कर 32.46 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि इंजीनियरिंग, चावल, ऑयल मील और समुद्री उत्पादों समेत विभिन्न क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में उछलकर 95 अरब डॉलर रहा।
फियो के मुताबिक ब्रिटेन, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से देश के निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र ने अगले पांच वर्षों में पांच करोड़ अतिरिक्त रोजगार देने का लक्ष्य तय किया है। वहीं 8 से 10 दिनों के भीतर वाहन उद्योग के लिए फ्लेक्स इंजन बनाना अनिवार्य कर दिया जाएगा
देश का चमड़ा, उसके उत्पादों और जूते-चप्पलों का निर्यात अप्रैल-मई 2021 में पिछले साल की इसी अवधि के 14.679 करोड़ डॉलर से बढ़कर 64.172 करोड़ डॉलर हो गया।
यूपी से देश और विदेश में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार हर जिले में ओवरसीज ट्रेड प्रमोशन और फैसिलिटेशन सेन्टर बनाएगी।
देश के लिए आज अच्छी खबर आई है। वाणिज्य मंत्रालय के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार इंजीनियरिंग, रत्न एवं आभूषण और पेट्रोलियम उत्पाद जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के चलते 1-14 जून के दौरान भारत का निर्यात 46.43 प्रतिशत बढ़कर 14.06 अरब डॉलर हो गया।
चीन के सीमा शुल्क विभाग के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल के पहले पांच माह में निर्यात 40 प्रतिशत बढ़ा है। 2019 में समान अवधि में निर्यात 29 प्रतिशत बढ़ा था।
मई 2020 में व्यापार घाटा 3.62 अरब डॉलर था। व्यापार घाटे में मई 2020 के मुकाबले 74.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को भिंडी और अनार दाना को वहां के बाजार में पहुंच प्रदान करने के भारत के अनुरोध पर तेजी से काम करने का आश्वासन दिया।
अच्छी बात यह है कि महामारी की दूसरी लहर ने कच्चे माल और स्टॉक की आवाजाही पर कड़े प्रतिबंध नहीं लगाए हैं, इसलिए यह पहली लहर की तरह नुकसानदेह नहीं होगा।
विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार इंजेक्शन के निर्यात को तुरंत प्रभाव से प्रतिबंधित श्रेणी में रखा गया है।
यह एक ट्रायल कंसाइनमेंट है और अगर इन उत्पादों को विदेशों में अच्छा बाजार मिलता है, तो आगे इस तरह के निर्यात के होने की और भी उम्मीद है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि भारत की ओर से पड़ोसी देशी को मदद के लिए वैक्सीन भेजी गई क्योंकि पड़ोसी को सुरक्षित करना भी हमारी जिम्मेवारी है। संबित ने आरोप लगाया कि वैक्सीन को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार भ्रम उत्पन्न करने की कोशिश कर रही है।
पिछले साल 2020 में एक से सात मई के दौरान 3.1 अरब डॉलर का निर्यात किया गया जबकि 2019 की इसी अवधि में 6.8 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के व्यापार में होने वाली वृद्धि खासतौर से पिछले साल के मुकाबले जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं कोरोना वायरस संक्रमण से मुकाबला करते हुए बंद पड़ी थी, नाटकीय लगती है।
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