हालांकि बता दें कि बीते साल कोरोना संकट के चलते उत्पादन और निर्यात दोनों ही काफी प्रभावित हुए थे। जिसके कारण यह वृद्धि चौंकाने वाली दिख रही है।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत का वस्तुओं का निर्यात अप्रैल-नवंबर, 2021 में 262.46 अरब डॉलर रहा।
भारतीय आम फिलहाल अमेरिका को निर्यात योग्य नहीं है। लेकिन अब इसके निर्यात की संभावना बनी है
चालू वित्त वर्ष में निर्यात वृद्धि की रफ्तार अच्छी चल रही है। ऐसे में 400 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल होने की उम्मीद है। अक्टूबर में निर्यात 43 प्रतिशत के उछाल के साथ 35.65 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए मंत्री ने कहा, हमने समझाने की कोशिश की लेकिन हम सफल नहीं रहे।
केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक साल 2025 तक भारत से चमड़े का निर्यात 10 अरब डॉलर का स्तर पार कर सकता है
कटे और पॉलिश हीरों का कुल निर्यात अक्टूबर में 47.90 प्रतिशत बढ़कर 19,178.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, सोने के आभूषणों का कुल निर्यात 72.05 प्रतिशत बढ़ा
चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह अप्रैल-अक्टूबर में देश का निर्यात पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 55.13 प्रतिशत बढ़कर 233.54 अरब डॉलर रहा है।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ताजा आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान पाकिस्तान से नौ क्षेत्रीय देशों को होने वाले निर्यात में 31.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि आयात में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक इस समय हमारे वाहन उद्योग का कारोबार 7.5 लाख करोड़ रुपये है। पांच साल के भीतर यह 15 लाख करोड़ से अधिक हो जाएगा
चीनी व्यापार संघ के मुताबिक चीनी मिलों ने वर्ष 2021-22 के मार्केटिंग वर्ष में अब तक बिना सरकारी सब्सिडी के 18 लाख टन चीनी निर्यात करने का अनुबंध किया है।
अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष अक्टूबर में मामूली घटकर 40.7 अरब डॉलर रह गया, जो सितंबर में 42 अरब डॉलर रहा था। यूरोपीय संघ के साथ व्यापार अधिशेष 25.9 अरब डॉलर रहा।
चीन का निर्यात पिछले महीने 300.2 अरब डॉलर रहा। वहीं इस दौरान आयात 215.7 अरब डॉलर रहा। सितंबर में चीन का निर्यात 28.1 प्रतिशत बढ़ा था।
आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में व्यापार घाटा 19.9 अरब डॉलर और अप्रैल-अक्टूबर, 2021 के दौरान 98.71 अरब डॉलर रहा।
सरकार ने 2030 तक 1,000 अरब डॉलर की सेवाओं के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में सेवाओं का निर्यात तीन प्रतिशत घटकर 206 अरब डॉलर रहा था।
देश का निर्यात इस महीने एक से 14 अक्टूबर के दौरान 40.5 प्रतिशत बढ़कर 15.13 अरब डॉलर रहा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के प्रारंभिक आंकडे के अनुसार मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पादों, इंजीनियरिंग और रसायन क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से निर्यात बढ़ा है।
भारत और चीन के निर्यात के आंकड़े देखकर आप हैरान रह जाएंगे। भारत ने सितंबर महीने के निर्यात के आंकड़े आज जारी किए है वहीं चीन ने भी हाल ही में सितंबर माह के आंकड़े जारी किए थे।
गोयल ने कहा कि ईसीजीसी में 500 करोड़ रुपये का निवेश तत्काल किया जाएगा और 500 करोड़ रुपये का निवेश अगले वित्त वर्ष में किया जाएगा।
यह दावा एक जुलाई 2018 से 31 मार्च 2019 तक, एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक और एक अप्रैल 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक किए गए निर्यात के लिए किया जा सकता है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात ने 2021-22 की पहली तिमाही में 9.2 अरब डॉलर के निर्यात का कोविड से पहले का स्तर हासिल कर लिया है।
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