APEDA ने कहा है कि पहली जनवरी से यूरोपियन यूनियन ने भारत से आयात होने वाली ताजी मिर्च में कीटनाशक की जांच के नियम को जरूरी कर दिया है
देश के रत्न एवं आभूषण निर्यात में चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के बीच 4.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह घटकर 22.43 अरब डॉलर रहा है। इसकी प्रमुख वजह अमेरिका समेत अन्य प्रमुख बाजारों में मांग का कम रहना है।
विदेशों में पढ़ाई करने और नए साल की छुट्टियों को विदेश में बिताने के लिए भी पहले के मुकाबले कम कीमत चुकानी पड़ेगी।
भारत को कच्चा तेल निर्यात करने के मामले में इराक ने सऊदी अरब को पछाड़ दिया है। इसी के साथ चालू वित्त वर्ष में इराक भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला शीर्ष देश बन गया है।
नई दिल्ली। रत्न व आभूषण तथा अभियांत्रिकी सामान के बेहतर उठाव के बीच देश का निर्यात नवंबर महीने में 30.55 प्रतिशत बढ़कर 26.19 अरब डॉलर हो गया। इससे पहले अक्टूबर महीने में निर्यात 1.12 प्रतिशत घटकर 23 अरब डॉलर रहा था।
सरकार ने निर्यात बढ़ाने के लिये नये प्रोत्साहनों की घोषणा की है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2015-20 की मध्यावधि समीक्षा करते हुए इन प्रोत्साहनों की घोषणा की।
बजाज ऑटो के मुताबिक बजाज पल्सर के लॉन्च से लेकर नवंबर 2017 तक कंपनी ने इस मॉडल की 1 करोड़ से ज्यादा बाइक्स की बिक्री कर डाली है
सरकार विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की बहुप्रतीक्षित मध्यावधि समीक्षा मंगलवार को जारी करेगी। इसमें निर्यातकों की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन के बाद निर्यातकों ने पहले चार महीनों जुलाई से अक्टूबर के लिए 6,500 करोड़ रुपए के रिफंड के लिए आवेदन किया है।
GST के क्रियान्वयन के बाद निर्यातकों ने पहले चार महीनों (जुलाई-अक्तूबर) में 6,500 करोड़ रुपये के रिफंड के लिए आवेदन किया है।
रुपया मजबूत होने से विदेशों से आयात होने वाले हर सामान पर अब पहले के मुकाबले कम भारतीय रुपए खर्च होंगे, लेकिन निर्यात से कमाई भी घटेगी
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने एक के बाद एक कई ट्वीटर संदेश में कहा कि राज्य करों से छूट के लिए GST के बाद की दरें घोषित की गई हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से अक्टूबर के बीच व्यापार घाटा बढ़कर 88 अरब डॉलर हो गया जो पिछले साल की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक है।
सरकार ने निर्यातकों को अपने GST रिफंड दावे हाथ से भरने की अनुमति दे दी है। अब निर्यातक कर अधिकारियों के सामने हाथ से अपने रिफंड दावे भर सकते हैं।
सितंबर में तुअर, उड़द और मूंग का निर्यात आंशिक तौर पर खोला था लेकिन जब इससे भी दलहन की कीमतों में उठाव नहीं हुआ तो अब निर्यात की सारी पाबंदियां खत्म कर दी
देश का निर्यात चालू वर्ष के अक्तूबर महीने में 1.12 प्रतिशत घटकर 23 अरब डॉलर रह गया। सितंबर महीने में इसमें अच्छी खासी वृद्धि दर्ज की गई थी।
SIAM के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्तूबर तक के सात महीने में अकेले यात्री कारों का निर्यात 1.97 प्रतिशत घटकर 3,33,483 वाहन रहा
वित्तवर्ष 2017-18 में अप्रैल से जुलाई के दौरान देश से 12.29 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है जबकि 2016-17 में इस दौरान 7.88 लाख टन का निर्यात हुआ था
कुछ तिलहन और दलहन कीमतों में गिरावट को लेकर चिंतित एक मंत्री समूह ने सूरजमुखी तेल, मूंगफली तेल और पीली दाल के आयात का विनियमन करने पर विचार-विमर्श किया।
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