गोयल ने यह भी कहा कि हालांकि, कुल निर्यात 2018-19 में 537 अरब डॉलर रहा, लेकिन भारत को अगले पांच साल में 1,000 डॉलर का निर्यात हासिल करना होगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यातकों को कर्ज में गिरावट पर चिंता जतायी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि सरकार निर्यातकों को सस्ती दर पर विदेशी मुद्रा में कर्ज देने के लिए जल्द ही दिशानिर्देश जारी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच साल में देश का कुल निर्यात 1,000 अरब डॉलर को पार पहुंचाना होगा।
निर्यातकों ने कई अन्य उपाय किए जाने की भी मांग की है।
भारत में कंप्यूटर सेवाओं के घरेलू बाजार में निर्यात की तुलना में अधिक तेजी से वृद्धि होने का अनुमान है। घरेलू बाजार को सरकार के डिजिटल भारत कार्यक्रम तथा देश में उभर रहे स्टार्टअप माहौल से समर्थन मिलने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के सरकार के लक्ष्य में एक तिहाई हिस्सेदारी निर्यात की होनी चाहिए। मुखर्जी ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध से भारतीय निर्यातकों के पास निर्यात बढ़ाने के अवसर हैं।
जुलाई 2019 में सोने का आयात 42.2 प्रतिशत घटकर 1.71 अरब डॉलर का रहा।
अमेरिका द्वारा भारत को दी जाने वाली तरजीही शुल्क व्यवस्था जीएसपी का लाभ समाप्त होने के बाद अमेरिका को इस व्यवस्था के तहत होने वाली वस्तुओं का निर्यात जून में 32 प्रतिशत बढ़ गया। भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (टीपीसीआई) ने यह जानकारी दी है।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को औपचारिक तौर पर समाप्त कर दिया है। स्थानीय अखबार 'डॉन' के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति तथा संसद के संयुक्त सत्र में लिये गये निर्णयों को मंजूरी दी गयी।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने निर्यात की उच्च संभावना वाले 31 उत्पादों को चिन्हित किया है जिनमें महिला परिधान, दवा, चक्रीय हाइड्रोकार्बन और फर्नीचर के सामान शामिल हैं।
आयात भी इस साल जून में 9 प्रतिशत घटकर 40.29 अरब डॉलर रहा, जो इससे पूर्व वर्ष 2018 के इसी महीने में 44.3 अरब डॉलर था।
हाल के वर्षों में निर्यात में जारी वृद्धि को देखते हुये 2024-25 तक रक्षा उत्पादों का निर्यात 35,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को पार कर लेने का अनुमान है।
सीबीआईसी ने अपने सीमा शुल्क और जीएसटी अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे पहले से निर्धारित जोखिम मानकों के आधार पर जोखिम वाले निर्यातकों के इनपुट कर क्रेडिट का सत्यापन करें।
अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध भारत के लिए एक बड़ा अवसर है। वाणिज्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मौके का फायदा उठाकर भारत इन देशों को रसायन और ग्रेनाइट सहित 350 उत्पादों का निर्यात कर सकता है।
मई में सोने का आयात 37.43 प्रतिशत बढ़कर 4.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
पाकिस्तान छुहारे बेचने के मामले में पूरी तरह भारत पर निर्भर है। पाकिस्तान छुहारे के कुल निर्यात में से 96 फीसदी भारत को करता है और हाल ही में भारत द्वारा बढ़ाए गए टैक्स ने पाकिस्तान के व्यापारियों को बुरी तरह प्रभावित किया था
2017-18 में देश से 40.56 लाख टन, 2016-17 में 38.85 लाख टन और 2015-16 में 40.45 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
सोने का आयात मार्च में 31.22 प्रतिशत बढ़कर 3.27 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों के माध्यम से 6,990.40 लाख टन माल की ढुलाई की गयी। यह वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 2.90 प्रतिशत अधिक है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि देश का निर्यात काफी समय से गिर रहा था लेकिन इस साल (2018-19) हम रिकॉर्ड स्तर पर निर्यात दर्ज करेंगे।
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट के हालिया आर्थिक पूर्वानुमान में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के फरवरी 2019 में 3 से 3.20 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया।
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