पीपीई के वैश्विक निर्यात बाजार के अगले पांच वर्षों में 60 अरब डॉलर से अधिक के होने का अनुमान
मार्च के महीने में चाय के उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज हुई
सरकार ने 25 मार्च को इस दवा के निर्यात पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी
आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अप्रैल में भी आयात और निर्यात दोनों में गिरावट रही। जापान की आर्थिक वृद्धि उसके व्यापार और पर्यटन पर निर्भर करती है।
अप्रैल-मई में निर्यात 47.54 प्रतिशत घटकर 29.41 अरब डॉलर
जून के पहले हफ्ते में निर्यात पिछले साल की इसी अवधि के बराबर
वैश्विक जिंस निर्यात में चीन का पांचवां हिस्सा है और वहां गिरावट से प्राथमिक वस्तुओं पर भारी असर होगा।
एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ एस एस किम ने कहा कि कंपनी अब तक भारत से चार महाद्वीपों के 88 देशों को 30 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात कर चुकी है।
सबसे ज्यादा असर रत्न-आभूषण, चमड़ा उद्योग पर देखने को मिला है।
घरेलू मांग पूरी करने के बाद निर्यात को मंजूरी पर विचार संभव
अनुपालन सुनिश्चित करते हुए लॉकडाउन की अवधि के दौरान कारोबार सुगमता तथा परेशानी मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
पहली 3 तिमाही में बढ़त के बाद मार्च तिमाही में दवाओं के निर्यात में दर्ज हुई गिरावट
विदेशी मुद्रा भंडार देश के करीब एक साल के आयात लिए पर्याप्त
देश से चावल, मूंगफली, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, मांस, पौल्ट्री, डेयरी और जैविक उत्पाद का निर्यात शुरू
मार्च के दौरान आयात पिछले साल के 31.16 अरब डॉलर से घट कर 28.72 अरब डॉलर पर आ गया
डीपीआईआईटी ने गृह मंत्रालय को सुरक्षा उपायों के साथ सीमित कारोबारी गतिविधियां शुरू करने का सुझाव दिया है।
चीन के सीमा शुल्क विभाग ने शुक्रवार को कहा कि निर्यात किए जाने वाले 11 प्रकार के चिकित्सकीय सामनों की कड़ाई से जांच की जाएगी।
भारत मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, जिसकी इस समय दुनिया भर में बहुत अधिक मांग है, का निर्यात सिर्फ विदेशी सरकारों को करेगा और निजी कंपनियों को इसे नहीं बेचा जाएगा।
भारत ने पिछले साल 22.5 करोड़ डॉलर मूल्य के एपीआई का निर्यात किया था। भारत हर साल 3.5 अरब डॉलर मूल्य का एपीआई आयात करता है।
सरकार ने जांच किट (डायग्नॉस्टिक किट) के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगा दिया है। देश में कोरोना वायरस महामारी फैलने के बीच सरकार ने जांच किट के निर्यात को हतोत्साहित करने के लिए यह कदम उठाया है।
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