मोदी 2.0 की पहली चुनावी परीक्षा आज पूरी हो गई। इस परीक्षा का परिणाम 24 अक्टूबर को आएगा लेकिन परिणाम से पहले जो रूझान सामने आ रहे हैं...
इस चुनाव पर भारत में भी काफी दिलचस्पी ली जा रही थी। सरकार को भी उम्मीद होगी कि नेतन्याहू के साथ प्रधानमंत्री मोदी की जो केमिस्ट्री बनी है, वह आगे भी जारी रहे। दोनों नेताओं की दोस्ती काफी मशहूर है।
जानकारों का मानना है कि पार्टी अगर 100 का आंकड़ा पार करती है तो यह उसके और अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए थोड़ी सहज स्थिति हो सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं से अगले 24 घंटे के दौरान सतर्क और चौकन्ना रहने को कहा है
लोकसभा चुनावों के खत्म होने के बाद जैसे ही एग्जिट पोल के नतीजे जारी हुए, ईवीएम का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया।
विपक्षी नेताओं की एकता की खबर हो या संभावित मोदी लहर के असर की, हर सियासी हलचल की अपडेट पाने के लिए हमारे साथ बने रहें।
जहां अधिकांश पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी नहीं चाहते, वहीं एग्जिट पोल में बलूचिस्तान में मोदी की संभावित वापसी को देखते हुए खुशी की लहर है।
पाकिस्तान में मोदी सरकार की वापसी का खौफ किस कदर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 19 मई यानी जिस दिन एक्जिट पोल के नतीजे आए थे, उस दिन गूगल ट्रेंड में नरेंद्र मोदी को हिंदुस्तान से ज्यादा पाकिस्तान में सर्च किया गया।
एग्जिट पोल को बाद और नतीजों से पहले ही कांग्रेस में ठीकरा फोड़ने का खेल शुरू हो गया है। इसके साथ राज्य में जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन सरकार के भविष्य को लेकर भी अटकलों का बाजार तेज है।
मुझे नहीं लगता कि एग्जिट पोल के अनुमानों में जो दावे किए गए हैं उनकी सत्यता पर संदेह का कोई कारण हो। अगर आप सारे एग्जिट पोल्स को मिला दें तो सैंपल साइज बीस लाख से ज्यादा होता है।
काउंटिंग से पहले 22 विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के सामने रखी अपनी मांग
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंगलवार को पहले से निर्धारित दिल्ली का अपना दौरा रद्द कर दिया।
अमेरिका के प्रख्यात भारतीय विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद गठित होने वाली सरकार को विदेश नीति के संबंध में, खासकर आर्थिक क्षेत्र में अहम फैसले करने होंगे।
जो सवाल हर आदमी के दिमाग में कौंध रहा है, वो भविष्यवाणियों के उसी तंत्र से निकला है, जिसमें नरेंद्र मोदी के लिए वोटरों के बीच स्वाभाविक अंडर करंट बताई जा रही है। करोड़ों देशवासियों की जिज्ञासा को शांत करने वाला जवाब एक्जिट पोल के बारीक विश्लेषण में है।
अब सवाल ये है कि चंद्रबाबू नायडू ही क्यों दौड़ रहे हैं, कोई और क्यों नहीं? ना तो आंध्र प्रदेश में लोकसभा की सीट ज्यादा है और ना ही एग्जिट पोल बता रहा है कि आंध्र प्रदेश में नायडू की कोई लहर या सुनामी है।
विपक्षी नेताओं की एकता की खबर हो या संभावित मोदी लहर के असर की, हर सियासी हलचल की अपडेट पाने के लिए हमारे साथ बने रहें।
इसके अलावा लगभग सभी एग्ज़िट पोल में दावा किया जा रहा है कि आने वाली 23 तारीख को मोदी सरकार प्रचंड बहुमत से आ सकती है। इतना ही नहीं। जिस यूपी की प्रियंका को ज़िम्मेदारी मिली थी वहां भी कांग्रेस की हालत पतली है।
फलोदी सट्टा बाजार के एक अन्य सट्टेबाज ने कहा कि भाजपा की लहर इस बार 2014 से ज्यादा है और मतदाताओं ने चुनाव तिथि की घोषणा के बाद ही अपना मन बना लिया था। वे शांत रहे, लेकिन मोदी को वोट देने में निर्णायक रहे।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के एक्जिट पोल में भाजपा को 251 सीटें मिलने का अनुमान है जो कि लोकसभा में बहुमत के लिए पर्याप्त 272 सीटों के आंकड़े से 21 कम है। यह सट्टा बाजार के आकलन के करीब है।
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रोशन बेग ने एक्जिट पोल में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के अनुमान के मद्देनजर सोमवार को पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं।
संपादक की पसंद