समाजवादी पार्टी का कहना है कि वोटिंग मशीनों के काम न करने की शिकायत पर जिला प्रशासन के अधिकारी हास्यास्पद सफाई दे रहे हैं
लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के मद्देनजर एक बार फिर से विपक्षी दलों ने EVM में गड़बड़ी का मामला उठाया है।
आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद राज्य में गुरुवार को पहली बार लोकसभा की 25 एवं विधानसभा की 175 सीटों पर चुनाव सुबह सात बजे शुरू हो गया।
तेलंगाना में निजामाबाद लोकसभा सीट पर भारत के संसदीय चुनाव का इतिहास लिखा जाएगा। यहां चुनावी मैदान में 185 उम्मीदवार होने की वजह से सभी मतदान केंद्र पर बड़े आकार के 12 ईवीएम लगाए जाएंगे।
आपको बता दें कि इस सीट पर 170 से अधिक किसानों सहित कुल 185 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
पुराने मत-पत्र प्रणाली के मुकाबले ईवीएम के लाभ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हैकिंग का कोई भी आरोप अब तक साबित नहीं हुआ है और राजनीति से प्रेरित दावे हास्यास्पद पाए गए हैं।
विपक्षी दलों के नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात कर उन्हें इस आशय का ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि बसपा, सपा, टीडीपी, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दल चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि आगामी चुनाव इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन से न कराकर बैलेट पेपर से कराए जाएं
जींद विधानसभा उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के 100 फीसदी तक हैक होने का दावा करते हुए शनिवार को चेतावनी दी कि हैकर्स के हाथों लोकतंत्र की कुर्बानी नहीं दी जा सकती।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के ईवीएम से मतपत्र की ओर लौटने की कई विपक्षी दलों की मांग खारिज करने के बाद कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि चुनाव आयोग खुद को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के वकील के तौर पर पेश कर रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर EVM पर सवाल उठाए हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया था कि वह भारत में इस्तेमाल हो रही EVM को हैक कर सकता है।
फर्जी नाम के साथ चेहरे को ढंककर सामने आए हैकर ने दावा किया कि उसने ईवीएम बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में 5 साल तक काम किया है।
लंदन के एक कार्यक्रम में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर ईवीएम को लेकर बहुत बड़ा दावा किया गया है। हैकेथॉन नाम के इस कार्यक्रम में अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा द्वारा दावा किया गया कि 2014 के चुनाव में ईवीएम से टैंपरिंग की गई थी।
विपक्ष की एकता दिखाने के लिए यहां एकत्रित हुए विपक्षी दलों ने चुनाव सुधारों पर चार सदस्यीय समिति का शनिवार को गठन किया।
पारदर्शिता के लिए मतपत्र प्रणाली फिर से लागू करने की वकालत करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को ईवीएम को ‘चोर’ मशीन करार दिया।
पांच राज्यों के चुनाव में ईवीएम की मतदान केन्द्रों से इतर अन्य स्थानों पर बरामदगी के सवाल पर अरोड़ा ने कहा कि मशीन में छेड़छाड़ करना और इसका गलत रखरखाव दो अलग मुद्दे हैं।
देश में ईवीएम से पहला चुनाव 1999 में हुआ था लेकिन 2014 में हार के बाद से कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाना शुरू किया। इसके बाद कांग्रेस जब भी हारी उसने ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की।
तेलंगाना में भारी नुकसान की ओर बढ़ती दिख रही कांग्रेस ने मंगलवार को यहां ईवीएम में गड़बड़ी का अंदेशा जताया और मांग की कि वीवीपैट की पर्चियों की 100 फीसदी गणना की जानी चाहिए।
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